UP में BJP सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था केवल कागजों तक सीमित,काश स्वास्थ्य मंत्री अपने विभाग में समय देते!बृजलाल खाबरी
यही है उप्र की स्वास्थ्य व्यवस्था का सच-बृजलाल खाबरी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा है कि भाजपा की बड़बोली सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था केवल कागजों तक ही सीमित रह गई है। आज भी इलाज के अभाव में मरीज तड़प कर मरने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात है कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों के पैर चूहे कुतर रहे। आज भी पर्चे बनवाने में कई-कई घंटे लग जाते हैं।
बृजलाल खाबरी ने कहा कि हमीरपुर में ट्रेन से घायल एक व्यक्ति तीन घंटे तक इलाज के अभाव में तड़पता रहा, कोई सुनने वाला नहीं मिला और वह अंत में मर गया। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जितना विपक्ष को कोसने में समय व्यतीत करते हैं काश उतना समय अपने विभाग में देते तो शायद मनुष्यता बची रहती। उन्होंने कहा कि यही है उप्र की स्वास्थ्य व्यवस्था का सच। लापरवाही का आलम यह है कि अस्पताल से कोतवाली भेजे गए संदेश के बाद वहां से आया होमगार्ड घायल को देखने के बाद तुरन्त लापता हो जाता है। यह घटना भरूआ सुमेरपुर के फैक्ट्री एरिया के पास की है।
श्री खाबरी ने आगे बताया कि इसी तरह की लापरवाही बदांयू में भी देखने को मिली, वहां पर राजकीय मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में वेंटीलेटर पर रखे मरीज का पैर चूहे ने कुतर डाला, लापरवाही का इससे बड़ा उदाहरण शायद ही कहीं देखने को मिले। जब तीमारदारों ने इसकी सूचना मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को दी तो ड्रेसिंग कर इलाज के नाम पर खानापूर्ति कर दी गई।
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के अधिकांश जिलों में चिकित्सा व्यवस्था का यही हाल है। झांसी जनपद का जिला चिकित्सालय र्दुव्यवस्थाओं में सिर चढ़कर बोल रहा है। वहां पर मरीजों को पर्चा बनवाने के लिए कई घंटों तक लाइनों में लगना पड़ता है। क्योंकि आधे से ज्यादा काउंटर बंद रहते हैं। दिव्यांगजनों को प्रमाण पत्र बनवाने में एक वर्ष से अधिक का समय लग जाता है क्योंकि मेडिकल बोर्ड सप्ताह में केवल एक दिन बैठता है, जिसमें भी कभी विशेषज्ञ डॉक्टर रहते हैं कभी नहीं रहते हैं, दूर दराज से आये हुए दिव्यांग जनों के साथ हो रहा यह रवैया निंदनीय है।