समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा का बुलडोजर लोकतंत्र और संविधान को रौंद रहा है। भाजपा के सत्ता में रहते प्रदेश और देश में लोकतंत्र और संविधान का शासन सम्भव नहीं है। इन पर खतरा मण्डराता रहेगा। भाजपा का एजेण्डा समाज में नफरत फैलाकर दूरी पैदा करना है। यह लोकतंत्र का उपहास है।
भाजपा के मुख्यमंत्री की भाषा अमर्यादित और अलोकतांत्रिक
अखिलेश यादव ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्री की भाषा अमर्यादित और अलोकतांत्रिक है। मुख्यमंत्री जी कलेजा और दिल की बात कैसे कर सकते हैं? ये किस स्तर की भाषा है कुण्ठित मानसिकता की अभिव्यक्ति है। यह भाषा स्वस्थ्य व्यक्ति की नहीं हो सकती? लोकराज, लोकलाज से चलता है लेकिन भाजपा कानून, संविधान और लोकतंत्र के प्रति कोई जवाबदेही नहीं मानती है। इनके जहां-जहां पैर पड़ेंगे वहीं-वहीं बंटाधार होगा।
भाजपा सरकार में किसान, नौजवान सबसे ज्यादा दुःखी
पूर्व सीएम ने बताया कि भाजपा सरकार में किसान, नौजवान सबसे ज्यादा दुःखी है। उन्होंने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है। इस सरकार ने किसानों को धोखा दिया है। नौजवान मारा-मारा फिर रहा है। भाजपा के लोग व्यापारियों का शोषण कर रहे हैं। कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है। महिला अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश देश में सबसे ऊपर है। देश में सबसे ज्यादा पुलिस हिरासत में मौतें उत्तर प्रदेश में हो रही है। निर्देशों पर फर्जी मुकदमे लगाए जाते हैं।
भाजपा अपने राजनीतिक स्वार्थ को पूरा करने के लिए सरकारी मशीनरी का कर रही इस्तेमाल
अखिलेश ने कहा कि भाजपा अपने राजनीतिक स्वार्थ को पूरा करने के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करती है। भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है। हर विभाग में भ्रष्टाचार और लूट चल रही है। थाना, तहसील से लेकर हर स्तर पर भ्रष्टाचार का बोलबाला है। आम जनता का कोई भी काम नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा हर स्तर पर बेईमानी करती है। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी जनता ने समाजवादी पार्टी के पक्ष में अपना विश्वास जताया था लेकिन भाजपा सरकार ने जनमत का अपमान किया और जनता के साथ विश्वासघात किया।
उत्तर प्रदेश में सात साल से अधिक के शासन काल में विकास का कोई कार्य नहीं हुआ
भाजपा जनहित में कोई कार्य नहीं करती है। जनहित में कोई कार्य किए बिना सत्ता में बने रहना अनैतिक है। उत्तर प्रदेश में सात साल से अधिक के शासन काल में विकास का कोई कार्य नहीं हुआ। जिस पर वह अपना दावा कर सके। 2027 के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा का सफाया कर देगी। समाजवादी पार्टी के पीडीए की ताकत के सामने भाजपा कहीं नहीं टिक पाएगी।