BJP बचा रही सिख कत्लेआम में शामिल नेताओं को, जानें AAP किन पर लगा रही आरोप

आप विधायक का दावा, कैप्टर अमरिंदर सिंह और तरविंदर सिंह मारवाह भी सिख कत्लेआम से जुड़े भाजपा व आरएसस के नेताओं को सजा दिलाने की मांग कर चुके हैं।

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नई दिल्ली,
आम आदमी पार्टी के विधायक जरनैल सिंह ने कहा कि सिखों के कत्लेआम के प्रमुख आरोपी सज्जन कुमार को 41 साल बाद उम्रकैद की सजा मिलने पर भाजपा अपनी पीठ थपथपाने के बजाय इस कत्लेआम में शामिल रहे भाजपा और आरएसएस के नेताओं को सजा दिलवाए। कांग्रेस से भाजपा में आए कैप्टर अमरिंदर सिंह और जंगपुरा से भाजपा के विधायक तरविंदर सिंह मारवाह भी मांग कर चुके हैं कि सिख कत्लेआम में शामिल भाजपा और आरएसएस के लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। सिख कत्लेआम में शामिल हर व्यक्ति को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, चाहे वह किसी भी दल से संबंध रखता हो।
जरनैल सिंह ने कहा कि दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 1984 में हुए सिख कत्लेआम के प्रमुख आरोपी सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाई है। कहते हैं कि न्याय में देरी, न्याय से वंचित करने के समान है। आज 41 साल बाद इस मामले में मुख्य आरोपी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है, जिसकी उम्र लगभग 80 साल है और वह अपनी लगभग पूरी जिंदगी ऐशो-आराम से जी चुका है। इस घटना के सभी पीड़ित मेरी तिलक नगर विधानसभा में रहते हैं। मेरे पास लगातार उन लोगों के फोन आ रहे हैं और लोग कह रहे हैं कि 41 साल बाद भी उन्हें न्याय के रूप में एक 80 साल के दोषी को उम्रकैद का फैसला सुनने को मिला है। जबकि लोगों को उम्मीद थी कि जिस व्यक्ति ने हजारों सिखों को कत्ल किया, उसे उम्रकैद नहीं, बल्कि फांसी की सजा मिलनी चाहिए थी।
भाजपा के नेता इस बात का श्रेय ले रहे हैं कि उन्होंने एसआईटी बनवाई, जिसने इस केस की जांच की और आज मुख्य दोषी को सजा मिली है। भाजपा के नेताओं से कहना चाहता हूं कि यह अच्छी बात है कि उन्होंने एसआईटी बनवाई। अगर एसआईटी ने काम करना शुरू कर दिया है, तो कातिल तो कातिल होता है, चाहे वह कांग्रेस का नेता हो या भाजपा का नेता। अगर भाजपा को लगता है कि उनकी एसआईटी के काम करने की वजह से 1984 के कातिलों को सजा मिलेगी, तो उन सभी नेताओं को भी सजा मिलनी चाहिए जो सीधे तौर पर भाजपा और आरएसएस से संबंधित हैं और 1984 के कत्लेआम में शामिल रहे हैं।
जरनैल सिंह ने बताया कि अगस्त 1993 में दर्ज एफआईआर संख्या 446/93 में 14 मुख्य आरोपियों के नाम हैं, जो हरिनगर सनलाइट कॉलोनी, भगवानदास के अलग-अलग थानों में दर्ज हुई थी। इस केस में भाजपा और आरएसएस के कई प्रमुख नेता जैसे राम कुमार जैन, प्रीतम सिंह, रामचंद्र गुप्ता, रत्न लाल, ज्ञानलाल, चंद्रसेन, प्रदीप कुमार, हंसराज, बाबूलाल, वेद महिपाल शर्मा, पदम कुमार और सुरेश चंद के नाम शामिल हैं। इनमें से एक दोषी भाजपा के बड़े नेता और देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के चुनाव एजेंट भी रह चुका है। अगर भाजपा को लगता है कि उनकी एसआईटी के माध्यम से 1984 के सभी कातिलों को सजा मिलेगी, तो वह इन सब कातिलों को भी सजा दिलवाने का काम करे।
जरनैल सिंह ने कहा कि जंगपुरा से भाजपा के विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने भी खुद इन नामों का खुलासा किया था। तरविंदर सिंह मारवाह ने प्रेस वार्ता करके कहा था कि भाजपा और आरएसएस के जो लोग सिख कत्लेआम से जुड़े हैं, उन्हें सजा होनी चाहिए। अब वह खुद भाजपा में हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह, जो पहले कांग्रेस में थे लेकिन अब भाजपा में हैं, उन्होंने भी साफ-साफ कहा था कि जो आरएसएस और भाजपा के लोग 1984 के सिख कत्लेआम में शामिल हैं, उन्हें सजा मिलनी चाहिए। जिसने भी जुल्म किया, फिर चाहे वह भाजपा या कांग्रेस का नेता हो या कोई और हो, उसे सख्त से सख्त सजा देना हमारी न्यायपालिका का काम है।

 

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