चौधरी चरण सिंह जी होते तो भारत रत्न लेने से मना कर देते- चौधरी सुनील सिंह

देश में अब चुनाव आयोग नहीं बचा जो कर सके निष्पक्ष चुनाव, ईवीएम पर भी उठाये सवाल

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लखनऊ
चौधरी चरण सिंह जी को केंद्र सरकार ने जो भारत रत्न दिया है वह उससे भी बहुत बड़े रत्न थे। आज इस माहौल में यदि चौधरी साहब जीवित होते तो भारत रत्न लेने से मना कर देते। यह बातें लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने गुरुवार को लखनऊ स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय 8 माल एवेन्यू में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने कहा कि देश में अब चुनाव आयोग नहीं बचा है जो निष्पक्ष चुनाव करा सके। उन्होनें ईवीएम पर भी सवाल उठाया।
चौधरी सुनील सिंह ने कहा कि देश का किसान अपना हक मांगने के लिये जब दिल्ली कूच किया तो केंद्र और राज्य की सरकारें उनको को रोकने के लिये आंसू गैस, लाठी चार्ज और गोली का प्रयोग कर घायल कर के लहू बहा दिया। कई दौर की हुई वार्ता के बाद भी सी-टू-प्लस फिफ्टी फार्मूला और स्वामी नाथन की रिपोर्ट को आज तक लागू नही किया। जिससे यह साबित होता है कि केंद्र सरकार किसान विरोधी है।
लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने कहा कि चौधरी चरण सिंह जी को केंद्र सरकार ने जो भारत रत्न दिया है वह उससे भी बहुत बड़े रत्न थे। जो गांव की घास, फूस की मिट्टी में जन्म लेकर गरीब व किसानों का तारणहार बने। गांव व गरीब के लिये जीवन समर्पित करते हुये किसानों के मसीहा बने। उन्होने स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी से लेकर प्रधानमंत्री तक का सफर तय किया। वे चौधरी चरण सिंह ही थे जिन्होने देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे पहले आवाज बुलंद की और आह्वान किया था कि भ्रष्टाचार का अंत ही, देश को आगे ले जा सकता है। उन्होंने कहा कि 1980 मे जिस लोकदल की स्थापना चौधरी चरण सिंह ने की थी उस विचारधारा को सहेज कर किसानों के हक की लड़ाई लड़ने का काम किया जा रहा है।
चौधरी सुनील सिंह ने बताया कि आज देश और विभिन्न राज्यों की सरकारें भ्रष्टाचार में डूबी हुई हैं। जन हित की सरकारी योजनाएं वोट बैंक को बचाने तक ही सिमट कर रह गई हैं। सत्तालोलुप आरएलडी के जयंत चौधरी सौदागर बन गए हैं। वे किसानों के दुश्मन बन कर अब विभीषण की भूमिका में देखे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जयंत की पार्टी लोकदल नहीं है अब नाम लेना बन्द करें। आप नाती जरूर है लेकिन वारिस नहीं।
किसानों पर हो रहे अत्याचार पर उन्होने कहा कि वर्तमान सरकार फेल है। सिन्धु मानो भारत- पाकिस्तान का बार्डर बनकर रह गया है। सरकार को आडे हाथों लेते हुए श्री सिंह ने कहा कि किसान को 6 हजार की खैरात नहीं उनका हक देने की गारण्टी दें। जिस दिन सरकार गारण्टी दे देगी उस दिन किसान उल्टा सरकार को 6 हजार रूपये देने में सक्षम हो जायेगा। वार्ता में प्रमुख रुप से राष्ट्रीय प्रवक्ता जयराम पांडेय, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष राव इकबाल अंसारी मुख्य रूप से मौजूद रहे।

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