लखनऊ, रिपोर्टर।
जानकीपुरम PHC पर तैनात फार्मासिस्ट सचिन पाण्डेय (35) की मौत से सहयोगी व परिचित हैरान हैं। डॉक्टरों ने मौत की वजह हार्ट अटैक की आशंका जतायी है। इतनी कम उम्र में हार्ट अटैक से हुई मौत को लेकर साथी सदमें में हैं।
सहयोगियों ने बताया कि सचिन संविदा पर थे। कम वेतन के साथ ही पारिवारिक जिम्मेदारियों का दबाव था। इससे आहत सहयोगियों ने शुक्रवार को दो मिनट का मौन रख नम आंखों से सचिन की फोटो पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सहयोगियों ने आर्थिक मदद जुटाकर परिवार के साथ शव को गाजीपुर भिजवाया।
संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के उत्तर प्रदेश महामंत्री योगेश उपाध्याय ने बताया कि गाजीपुर निवासी सचिन पाण्डेय लखनऊ में जानकीपुरम PHC में संविदा पर तैनात थे। वह परिवार के साथ जानकीपुरम में किराए पर रहते थे। रोज की तरह गुरुवार सुबह वो घर से ड्यूटी पर गए थे। दोपहर करीब 12 बजे ड्यूटी के दौरान सीने में तेज दर्द और बेचैनी हुई। PHC में उपचार दिया गया। कोई राहत न मिलने पर सहयोगी KGMU ले गए। लॉरी के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
सहयोगियों ने बताया सचिन को कुछ दिन पहले से ब्लड प्रेशर की समस्या हुई थी। सचिन के परिवार में मां, भाई, पत्नी व एक बेटी है। सचिन आर्थिक रूप से परेशान चल रहे थे।
कर्मचारी संघ के महामंत्री योगेश उपाध्याय ने बताया कि संविदा व आउट सोर्सिंग के नाम पर कर्मचारी वित्तीय असुरक्षा से परेशान हैं। कम वेतन के कारण वित्तीय असुरक्षा, नौकरी जाने का हमेशा डर बना रहता है। संविदा कर्मचारियों के आकस्मिक मौत पर इन्हें बीमा का लाभ व अन्य सुविधाएं नहीं मिलती हैं।