समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की सरकार में बच्चियों के साथ बलात्कार और पीड़ित परिवारों के साथ अन्याय हो रहा हैं। उत्तर प्रदेश में लगातार बलात्कार जैसी शर्मनाक घटनाएं हो रही हैं। पूरे देश-दुनिया में उत्तर प्रदेश की बदनामी हो रही है। उन्होंने कहा कि हिरासत में मौतों के मामलों में भी उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है। पीडीए को भाजपा सरकार उत्पीड़न का शिकार बना रही है। कानून व्यवस्था उसके राज में पूरी तरह चौपट है।
किसान, नौजवान और पिछड़े, दलितों की खुशहाली समाजवादी सरकार बनने पर ही आएगी
अखिलेश बुधवार को लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय के लोहिया सभागार में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसान, नौजवान और पिछड़े, दलितों की खुशहाली भाजपा को सश्रा से बेदखल करके समाजवादी सरकार बनने पर ही आएगी। इसलिए एक-एक कार्यकर्ता को संकल्पित होकर 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने के लिए दिनरात एक करना होगा।
भाजपा का सबका साथ सबका विश्वास का नारा धोखा
पूर्व सीएम ने बताया कि भाजपा का सबका साथ सबका विश्वास का नारा धोखा है। 2022 में ही जनता ने भाजपा सरकार से आजादी का इरादा कर लिया था लेकिन भाजपा ने सश्रा का दुरूपयोग कर लोकतंत्र की हत्या कर सरकार बना ली। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा को समाजवादी पार्टी ने जो सबक सिखाया उससे उसकी बौखलाहट बढ़ गई है।
जनता 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने जा रही है
अखिलेश ने कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की सरकार जनता बनाने जा रही है। जनता का भरोसा समाजवादी पार्टी पर है। कार्यकर्ता भाजपाईयों की हर साजिश और षडयंत्र का मुकाबला करने के लिए अपनी पूरी चाकचौबंद तैयारी में है। भाजपा की झूठ, अफवाह और दुष्प्रचार की राजनीति को समाजवादी और पीडीए मुकाबला करके भाजपा सरकार को पराजित करने में कोई कसर नहीं छोडेंगे।
संविधान बचेगा तो आरक्षण बचेगा
राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि इस समय संविधान को बचाने की लड़ाई में कोई ढील नहीं होनी चाहिए। संविधान बचेगा तो आरक्षण बचेगा। पीडीए परिवार का विस्तार करना है। समाजवादी पार्टी समाज के हर तबके को हक और सम्मान दिलाने की पक्षधर है। इसके लिए जातीय जनगणना की मांग करती है। उन्होंने कहा कि सभी जातियों जनगणना कराकर उनकी संख्या के आधार पर उन्हें समानुपातिक आधार पर प्रत्येक स्तर पर हिस्सेदारी मिल सके, इसके लिए समाजवादी पार्टी जातीय जनगणना कराने के लिए संकल्पित है।