नई दिल्ली
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है की जहाँ देश भर में अनेक सरकारें तकनीक का इस्तेमाल कर जनता को भ्रष्टाचार से बचाने के लिए काम कर रही हैं तो वहीं दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार भ्रष्टाचार के को बढ़ाने के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रही है।गत 2023 तक कभी कभी शिकायत मिलती थी की सम्पति पंजीकरण जल्दी करवाना हो तो रिश्वत देनी पड़ती है पर अरविंद केजरीवाल सरकार ने इस कभी कभी होने वाली रिश्वतखोरी को रोकने के नाम पर 1 जनवरी से सम्पति पंजीकरण के लिए एक एन.जी.डी.आर.एस. नाम का एक एप्प लागू किया।
राजस्व मंत्री आतिशी ने दावा किया की अब लोगों को सुलभता से सम्पति पंजीकरण की डेट एवं टाइम मिला करेंगा पर सुविधा मिलना तो दूर इस नये एप्प नेशसम्पति पंजीकरण कराने वालों को रिश्वत के नये जंजाल में फंसा दिया। यह एप्प के अंतर्गत नियमानुसार सम्पति पंजीकरण के लिए सम्पति राजस्व का एक प्रतिशत जमा कराना होता है तो व्यक्ति की विल के पंजीकरण के लिए मात्र रूपये 600 जमा करा कर डेट एवं स्लॉट लेना होता है। नियमानुसार यह एप्प 30 से 40 दिन बाद की डेट एवं पंजीकरण के लिए 3 घंटे का स्लॉट देता है।
इस नई व्यवस्था के आने से लोग बहुत परेशान है क्योंकि आपको पंजीकरण की की कितनी भी जल्दी क्यों ना हो अब पंजीकरण की डेट का खेल दलालों एवं सम्पति रजिस्ट्रार कर्मियों के हाथ है।इस नये एप्प के आते ही सम्पति रजिस्ट्रार आफिस के दलाल एक एक दिन में 25 से 30 स्लॉट मात्र 600 रुपये भर कर “व्यक्ति की विल” के नाम पर बुक क,वा लेते हैं।
अब जब कोई व्यक्ति सम्पति पंजीकरण करवाने आता है तो उसे 30 से 40 दिन बाद की डेट दिखती है तब वह अपने वकील से निवेदन करता है तब जुगाड़ होता है।वह व्यक्ति की विल का स्लॉट बुक कराया दलाल अपना स्लॉट अलग अलग पंजीकरण कार्यालय क्षेत्र अनुसार 10 से 20 हजार लेकर अपना स्लॉट रिवर्स करता है तो तुरंत वह स्लॉट पंजीकरण कार्यालय क्लर्क क्षेत्र अनुसार 20 हजार से एक लाख तक ले कर पंजीकरण स्लॉट दे देता है।
दिल्ली भाजपा प्रवक्ता ने कहा है की दिसम्बर 2023 तक जो तेज़ी से पंजकरण डेट लेना क्षेत्र अनुसार अत्याधिक 5000 रूपये अतिरिक्त देने का काम था आज आतिशी के एन.बी.डी.आर.एस. एप्प के बाद 30 हजार से 1.25 लाख अतिरिक्त देने का काम बन गया है। कपूर ने कहा है की आज पीतमपुरा में जल्दी सम्पति पंजीकरण 50 हजार रूपए का पड़ रहा, कश्मीरी गेट पर 80 हजार का तो महरौली में 1 लाख रूपए अतिरिक्त का खेल बन गया है। कपूर ने मांग की है की सम्पति पंजीकरण के एन.जी.डी.आर.एस. एप्प में रिवर्स का प्रावधान खत्म हो और व्यक्ति की विल एवं सम्पति के असल पंजीकरण का समय अलग किया जाये।