नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली में पड़ रही गर्मी से जज और वकील भी परेशान हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार तीन उच्च न्यायालयों ने वकीलों को इस मौसम में चोगे और कोट पहनने से छूट दे दी है। कर्नाटक हाई कोर्ट ने तो बढ़ती गर्मी को देखते हुए 16 अप्रैल को ही एक सर्कुलर जारी कर दिया। जिसमें जिला और ट्रायल कोर्ट में वकीलों को ड्रेस कोड में छूट देने की घोषणा कर दी थी।
ड्रेस कोड में बदलाव के लिए सुप्रीम कोर्ट से की गुजारिश
दिल्ली में चिलचिलाती गर्मी को देखते हुए एक वकील शैलेंद्र मणि त्रिपाठी ने सुप्रीम कोर्ट से गुजारिश कि वह वकीलों के लिए निर्धारित ड्रेस कोड में बदलाव करे। एडवोकेट एक्ट 1961 के अनुसार वकीलों को काले रंग का चोगा और कोट पहनना पड़ता है। एडवोकेट शैलेंद्र ने अपनी याचिका में कहा है कि काला कोट और चोगा ज्यादा गर्मी सोखते हैं और इससे सेहत को नुकसान पहुंच सकता है.उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय से अपील की है कि गर्मी के दौरान वकीलों के लिए तय ड्रेस कोड में ढील दी जाए।शैलेंद्र ने इससे पहले 2021 में ऐसी ही एक याचिका डाली थी। जुलाई 2022 में उनकी याचिका खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बार काउंसिल के पास जाने को कहा था।