Delhi University : नॉन-ब्राह्मण ऑफ ने दिल्ली विश्वविद्यालय में  जातिवादी कार्यक्रम का किया विरोध 

ब्राह्मणवादी व जातिवादी कार्यक्रम के विरोध में ‘जाति-विरोधी दिवस’ का केवाईएस ने किया आयोजन!!

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नई दिल्ली 

क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा खुलेआम ब्राह्मणवादी और जातिवादी कार्यक्रम करने की अनुमति देने के लिए प्रशासन की कड़े-से-कड़े शब्दों में निंदा करता है। ज्ञात हो कि ‘ब्राह्मण ऑफ दिल्ली यूनिवर्सिटी’ नाम के एक मोर्चे जिसके बारे में कुछ भी नहीं मालूम है उसको डीयू प्रशासन द्वारा नॉर्थ कैंपस के कॉन्फ्रेंस सेंटर में जातीय दंभ पर एक कार्यक्रम आयोजित करने की आज अनुमति दी गई थी। जातीय और सामुदायिक दंभ पर ऐसे कार्यक्रम डीयू में लगातार बड़ी संख्या में आयोजित किए जा रहे हैं और इन कार्यक्रमों को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सक्रिय रूप से समर्थन दिया जा रहा है।

इस जातीय दंभ के कार्यक्रम के विरोध में केवाईएस द्वारा ‘नॉन-ब्राह्मण ऑफ दिल्ली यूनिवर्सिटी’ के बैनर तले एक प्रति-कार्यक्रम के रूप में ‘जाति-विरोधी दिवस’ का आयोजन किया गया। आम छात्रों और शिक्षकों के दबाव के कारण डीयू प्रशासन को जातीय दंभ के कार्यक्रम को रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा। हालाँकि, पुलिस ने जातीय दंभ कार्यक्रम के आयोजकों को पूरे परिसर में रैली निकालने दिया और इस जातिवादी रैली को रोकने के बजाय जाति-विरोधी दिवस के लिए इकट्ठा हुए कार्यकर्ताओं और छात्रों को ही धमकाने की कोशिश की। साथ ही, जातीय दंभ के कार्यक्रम के आयोजकों ने बाद में जाति-विरोधी दिवस कार्यक्रम का बैनर छीनकर छात्रों को डराने की कोशिश की। लेकिन, छात्रों और कार्यकर्ताओं के साहस के आगे उन्हें पीछे हटना पड़ा।

ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय प्रशासन सत्तारूढ़ व्यवस्था और उसकी जातिवादी और सांप्रदायिक विचारधारा के खुलेआम समर्थन में लगा है।
ऐसे जातिवादी और सांप्रदायिक कार्यक्रम विश्वविद्यालय में लगातार आयोजित किए जा रहे हैं जो प्रशासन की मिलीभगत को दर्शाते हैं। यह चौंकाने वाली बात है कि दिल्ली विश्वविद्यालय जो देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों में से एक है, उससे समानता और सामाजिक एकता के आदर्शों को बनाए रखने और जातिवाद और सांप्रदायिकता के खिलाफ खड़े होने की उम्मीद की जाती है। परंतु, वह खुद जातीय और सामुदायिक दंभ पर कार्यक्रमों का समर्थन कर रहा है।

इसलिए, आज जब डीयू प्रशासन जातिवादी और सांप्रदायिक ताकतों के सामने झुक चुका है, तब छात्रों ने समानता और सामाजिक न्याय के आदर्शों को बनाए रखने की ज़िम्मेदारी उठाई है। केवाईएस, डीयू के आम छात्रों के साथ मिलकर आने वाले दिनों में जाति-विरोधी आंदोलन के साथ-साथ जातिवादी और सांप्रदायिक कार्यक्रमों को डीयू के समर्थन के खिलाफ अपना आंदोलन तेज करेगा।

 

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