यूपी में एनएचएम से तैनात कोविड कर्मियों की नहीं जाएगी नौकरी, समायोजन का आश्वासन
संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री योगेश उपाध्याय ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और श्रममंत्री अनिल राजभर से मुलाकात के बाद दी जानकारी
लखनऊ, सवाददाता।
उत्तर प्रदेश में कोरोना काल के दौरान तैनात किए गए कोविड कर्मचारियों का समायोजन होगा। अधिकांश कर्मचारियों की व्यवस्था कर दी गई है। करीब 2200 कर्मचारी बचे हैं जिन्हें समायोजित करने की तैयारी चल रही है। किसी को भी निकाला नहीं जाएगा। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री योगेश उपाध्याय ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और श्रममंत्री अनिल राजभर से मुलाकात के बाद दी।
एनएचएम कर्मी अपनी मांगों के लिए एकजुटता दिखाएं- संघ
दरअसल, संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ का प्रतिनिधिमंडल ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और श्रममंत्री अनिल राजभर से मुलाकात की। एनएचएम कर्मचारियों के स्थानांतरण के साथ सामाजिक सुरक्षा की मांग पर मंत्रियों से चर्चा की। संघ ने एनएचएम कर्मचारियों से अपील की कि वह अपनी मांगों के लिए एकजुटता दिखाएं।
प्रतिनिधिमंडल में भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश महामंत्री अनिल उपाध्याय, संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल गुप्ता, प्रदेश महामंत्री योगेश उपाध्याय, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. रोहित, प्रदेश सचिव प्रवीण यादव, जिला महामंत्री लखनऊ संजय वर्मा, राम आसरे, फिरोज आदि रहे।
म्युचुअल स्थानांतरण की बनी सहमति
योगेश उपाध्याय के मुताबिक डिप्टी सीएम ने बताया कि पिछली बैठक में उपलब्ध कराई गई पत्रावली के आधार पर मुख्यमंत्री से स्थानांतरण के लिए अनुमोदन ले लिया गया है। म्युचुअल स्थानांतरण की सहमति बनी है। रिक्त पदों पर स्थानांतरण के लिए भी प्रयास किया जाएगा।
योगेश ने बताया कि वेतन विसंगति व्याप्त है। वर्ष 2016 से बजट आ रहा है, लेकिन उसका उपयोग नहीं किया जा रहा है। मध्य प्रदेश की तरह सभी कर्मचारियों के लिए एक नीति के तहत ग्रेड पे निर्धारित किया जाएगा। इस पर सहमति बनी है। जल्द ही एक समिति का गठन होगा, जिसमें संगठन का प्रतिनिधि शामिल होगा। समिति वेतन विसंगति पर कार्य करेगी और मुख्यमंत्री का अनुमोदन प्राप्त करने के बाद समस्याओं का समाधान किया जाएगा। कीविड कर्मचारियों के समायोजन की मांग भी की गई।