लखनऊ।
”मादक पदार्थ के दुरूपयोग एवं अवैध तस्करी के खिलाफ अंर्तराष्ट्रीय दिवस” के अवसर पर बुधवार को जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नं. छह पर सुबह छह बजे रैली निकाली गई। स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान एवं ‘दिशा नशामुक्ति सह पुनर्वास केन्द्र’ की रैली को मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. बी. एन. यादव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
रैली में नवयुग कन्या महाविद्यालय, साऊथ सिटी स्थित लखनऊ पब्लिक स्कूल के छात्र छात्राओं, एन.सी.सी. की 19वीं वाहिनी के कैडेट्स ने हिस्सा लिया। इस मौके पर राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम लखनऊ की टीम मौजूद रही। नशा न केवल शारीरिक रूप से कमजोर करता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी करता है प्रभावित
रैली को संबोधित करते हुए नोडल अधिकारी ने कहा कि नशा न केवल शारीरिक रूप से कमजोर करता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। नशे का आदी होने से सोचने समझने की शक्ति कम हो जाती है और वह किसी भी चीज पर ध्यान केन्द्रित नहीं कर पाता। समाज से अलग- थलग पड़ जाता है। उन्होंने कहा कि आर्थिक तौर से भी हानि होती है और इससे पूरा परिवार प्रभावित होता है। उन्होंने जनसमुदाय को मादक पदार्थों का सेवन न करने की शपथ भी दिलाई। बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी में मिला 183 मनोरोगियों को इलाज
इसी क्रम में बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम लखनऊ की टीम द्वारा मानसिक रोगों के लक्षण और इलाज के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई। इसके साथ ही मनोचिकित्सकों ने 183 मनोरोगियों का उपचार भी किया। वहीं नैदानिक मनोवैज्ञानिक द्वारा 13 मनोरोगियों की काउंसलिंग की गयी।