JNU में ABVP के अध्यक्ष और मंत्री का चुनाव खत्म
अभाविप जेएनयू के अध्यक्ष और इकाई मंत्री का चुनाव संपन्न, राजेश्वर कांत दुबे अभाविप जेएनयू के नए इकाई अध्यक्ष निर्वाचित तथा शिखा स्वराज इकाई मंत्री दायित्व पर र्निर्वाचित।
नई दिल्ली
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जेएनयू विभाग के चुनाव आज संपन्न हुए। निर्वाचन हेतु चुनाव अधिकारी एवं अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य उन्नति पंजीकर ने राजेश्वर कांत दुबे की अभाविप जेएनयू के इकाई अध्यक्ष के रूप में तथा इकाई मंत्री के रुप में शिखा स्वराज की घोषणा की। अभाविप में अध्यक्ष एवं मंत्री के निर्वाचन की प्रक्रिया पूर्णतः संसदीय एवं लोकतंत्र रूप से समस्त कार्यकर्ताओं के मत लेते हुए सर्वसम्मति से करने की परिपाटी है। नवनिर्वाचित इकाई घोषणा के समय अभाविप के राष्ट्रीय संगठन आशीष चौहान , अभाविप दिल्ली के प्रांत अध्यक्ष तपन बिहारी , अभाविप जेएनयू के प्रांत मंत्री हर्ष अत्रि , अभाविप दिल्ली के प्रांत संगठन मंत्री राम गुप्ता, अभाविप दिल्ली के प्रांत सह-संगठन मंत्री विपिन उनियाल , अभाविप जेएनयू के विभाग प्रमुख अभिजीत द्विवेदी जी के साथ अभाविप के कई पदाधिकारी मौजूद रहें।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष राजेश्वर ने कहा, ” अभाविप की जेएनयू इकाई देश सबसे महत्वपूर्ण इकाइयों में से एक है। विद्यार्थी परिषद हमेशा से अकेला ऐसा संगठन रहा है जिसने जेएनयू कैंपस में छात्रों के हितों पर काम करते हुए न केवल छात्रों की आवश्यकता और अधिकारों के लिए आवाज उठाई है बल्कि उन आवश्यकतों को अपने संघर्षों के माध्यम से पूर्ण करने का भी काम किया है। इसी तरह अभाविप के अपने कार्यकर्ताओं से सीख लेते हुए मैं छात्रों के सहयोग से छात्रों हितों के लिए संकल्पों को अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए में संकल्पशील रहूंगा।”
नवनिर्वाचित मंत्री शिखा स्वराज ने कहा, ” जेएनयू में वामपंथी महिला सशक्तिकरण की केवल बात करते रहते हैं, परंतु महिला सशक्तिकरण को मूर्त और साकार रूप में मैंने विद्यार्थी परिषद में आकर जाना, जहां महिलाएं राष्ट्रीय महामंत्री जैसे महत्वपूर्ण दायित्वों पर देश के छात्रों का नेतृत्व करने का अवसर प्राप्त कर सकती हैं। जेएनयू में आने पर अभाविप में सक्रिय रहते हुए जिसप्रकार मुझे नेतृत्व क्षमता विकसित करने का अवसर एवं प्रोत्साहन मिला उसने मेरे व्यक्तित्व में महत्वपूर्ण सकारात्मक परिवर्तन किए। जिस प्रकार आज मुझे जेएनयू के कार्यकर्ताओं का नेतृत्व करने का सौभाग्य मिला है यह इस बात का परिचायक है। मैं अभाविप में सीखे गए नेतृत्व कौशल का प्रयोग करते हुए छात्रों के सहयोग से छात्र हितों के लिए कार्य करने हेतु संकल्पित हूं।
जेएनयू इकाई के नवनिर्वाचित राजेश्वर कांत दुबे मूलतः गोरखपुर से हैं। वर्तमान में जेएनयू के अंतरराष्ट्रीय अध्ययन संस्थान में पीएचडी कर रहे है। पूर्व में राजेश्वर स्कूल ऑफ लैंग्वेज के इकाई के सह-मंत्री, उपाध्यक्ष , मंत्री एवं जेएनयू इकाई के उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। राजेश्वर 2018 में जेएनयू में हुए वामपंथी हमलों का शिकार हुए थे। इसके अलावा अभाविप की ओर से जेएनयूएसयू काउंसलर पर हेतु 2018 और 2019 में चुनाव भी राजेश्वर ने लड़ा हैं।जेएनयू इकाई की नवनिर्वाचित मंत्री शिखा स्वराज मूलतः नवादा, बिहार से हैं। वह वर्तमान में जेएनयू के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में अमेरिकन स्टडीज में शोधार्थी (पीएचडी) हैं। शिखा विद्यार्थी परिषद में 2019 से सक्रिय है। पूर्व मे वह जेएनयू इकाई सह मंत्री, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, विभाग छात्रा प्रमुख, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य जैसे दायित्व का निर्वहन कर चुकी हैं। 2019 में शिखा ने स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज से जेएनयूएसयू के काउंसलर पद हेतु अभाविप की प्रत्याशी भी रही हैं।
चुनाव अधिकारी उन्नति पंजीकर ने निर्वाचन परिणामों के साथ जारी वक्तव्य में कहा “दोनों पदाधिकारियों का कार्यकाल एक वर्ष का होगा। दोनों पदाधिकारियों की चयन प्रक्रिया में जेएनयू के समस्त कार्यकर्ताओं के मतों पर चर्चा करते हुए श्रेष्ठता आधार पर एवं सर्वसम्मति से घोषणा की गई है। इस प्रक्रिया में, सभी छात्रों की राय और मतों को महत्वपूर्ण माना गया है ताकि जेएनयू छात्र समुदाय में एक समर्थ और प्रतिष्ठित चयन प्रक्रिया का निर्माण हो सके। इस चुनाव प्रक्रिया में यह सुनिश्चित किया गया है कि सभी छात्रों का प्रतिनिधित्व हो और उनके मतों को सुना जाए, जिससे समोहिकता, जिम्मेदारी एवं नेतृत्व क्षमता की भावना को बढ़ावा मिले।”