मणिपुर में पूर्व सैनिक की पत्नी के साथ गैंगरेप के विरोध में AAP का लखनऊ में प्रदर्शन, सैनिक प्रकोष्ठ ने निकाला मार्च
मणिपुर सरकार को तत्काल बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
लखनऊ। मणिपुर में रिटायर्ड सूबेदार की पत्नी के साथ हुए गैंगरेप और निर्वस्त्र कर परेड कराये जाने के विरोध में गुरुवार को आम आदमी पार्टी के सैनिक प्रकोष्ठ ने राजधानी लखनऊ में कैप्टन मनोज पांडेय चौराहा से पत्रकारपुरम चौराहा गोमती नगर तक मार्च कर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही मणिपुर राज्य सरकार को तत्काल बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने, पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने, राज्य में शांति बहाली के लिए उचित और ठोस कदम उठाने और महिलाओं के साथ घिनौना कृत्य करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की।
मणिपुर हिंसा को लेकर आम आदमी पार्टी लगातार मणिपुर राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर हमलावर है। इस प्रदर्शन से पहले भी पार्टी मणिपुर हिंसा के खिलाफ प्रदेश व्यापी विरोध दर्ज करा चुकी है। इसके अलावा पार्टी की छात्र विंग केंद्र सरकार की अर्थी भी निकाल चुकी है।
AAP सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कमांडो के नेतृत्व में कैप्टन मनोज पांडेय चौराहा पर भारी संख्या में मौजूदकार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार, मणिपुर सरकार के खिलाफ जमकर नारे बाजी की।
देश की रक्षा करने वाले रिटायर्ड सूबेदार बोलें-अपनी पत्नी की रक्षा नहीं कर पाया!
सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कमांडो ने कहा कि भाजपा सरकार में देश की रक्षा करने वाले जवानों की बहन बेटियां असुरक्षित हो गई हैं। मणिपुर हिंसा में पीड़ित महिला के पति रिटायर्ड सूबेदार ने कहा कि मैंने कारगिल की लड़ाई में हिस्सा लिया, मै देश की रक्षा तो कर पाया लेकिन अपनी पत्नी की रक्षा नहीं कर पाया। इस दरिंदगी से देश का जवान दुखी है। दो महीने गुजर जाने के बावजूद भी सरकार दोषियों के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं कर पा रही है। इससे साबित होता है कि मणिपुर की हिंसा भाजपा सरकार द्वारा प्रायोजित है। इस कारण दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। इस घटना से पूरा देश शर्मसार हुआ है। दरिंदगी और हैवानियत की सारी सीमाएं पार हो गई।
PM मोदी के इशारे पर सांसद संजय सिंह को निलंबित किया गया- अशोक कमांडो
अशोक कमांडो ने कहा कि मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री मोदी चर्चा करने से भाग रहे हैं। हृदय विदारक मणिपुर हिंसा की घटना पर प्रधानमंत्री मोदी से यूपी प्रभारी सांसद संजय सिंह ने जवाब मांगा तो जवाब देने के बजाय मोदीजी ने संजय सिंह को पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया. पूरा इंडिया मोदी से इस हिंसा पर जबाब मांग रहा है।
प्रधानमंत्री की चुप्पी और निष्क्रियता ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया। इस स्थिति पर नियंत्रण पाने में राज्य सरकार की नाकामी भी साफ दिखाई दे रही है। ऐसे माहौल में मणिपुर के नागरिकों की जिंदगी एक खतरनाक दौर से गुजर रही है।
उन्होंने कहा कि मणिपुर करीब 2 महीने से जल रहा है। लगातार हिंसा के कारण मणिपुर एवं मणिपुर के लोगों को भारी क्षति उठानी पड़ रही है। इसके अतिरिक्त हिंसा ग्रस्त मणिपुर से आ रही महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं। बीते दिन मणिपुर से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमा कर उनके साथ गैंगरेप किया गया। महिलाओं के साथ घटी इस भयावह हिंसा की घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। यह बात हैरानी पैदा करती है कि देश के एक राज्य में करीब 2 महीने से हिंसा जारी है लेकिन केंद्र सरकार मौन है।
प्रदर्शन में दिनेश पटेल, नीरज छोकर, विनय पटेल, ऋषि सारस्वत, राम उजागर, सुरेश चंद्र, आशीष तिवारी, प्रभारी अनुराग यादव, संजय सिंह,जयप्रकाश यादव, इम्तियाज खान, रामसहाय दुबे, रजनीश, निरंजन फौजी, अवधेश, मनीष शर्मा, रानी कुमारी, प्रियंका श्रीवास्तव, उषा त्रिपाठी, प्रियंका रावत, चरणप्रीत सिंह, कौशल कुमार, तेजपाल सिंह, ललित वाल्मिकी, जॉनी, अभिषेक सिंह, माजिद सहित कई कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।