होम्योपैथी के जनक डॉ. हनीमैन की जयन्ती पर सेमिनार: डॉक्टर बोलें- 200 वर्षों में डॉ. हनीमैन जैसा महान चिकित्सक पूरी दुनिया में पैदा नहीं हुआ!
डॉ. हनीमैन और होम्योपेथी के सिद्धान्तों पर मरीजों को दवा देकर उन्हें रोग मुक्त करने की अपील
लखनऊ, रिपोर्टर।
गोमती नगर विपिन खण्ड स्थित अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान में रविवार को होम्योपैथी के जनक डॉ. हनीमैन की जयन्ती मनाई गई। संस्था रिसर्च सोसाइटी ऑफ होम्योपैथी के अध्यक्ष डॉ. सी.पी. सिंह ने कहा कि 200 वर्षों में डॉ. हनीमैन जैसा महान चिकित्सक पूरी दुनिया में पैदा नहीं हुआ। आज पूरी दुनिया आशा भरी निगाहों से टकटकी लगाये होम्योपैथी की ओर देख रही है। ऐसे में हम चिकित्सकों की जिम्मेदारी कुछ और बढ़ जाती है कि हम डॉ. हनीमैन और होम्योपेथी के सिद्धान्तों पर मरीजों को दवा देकर उन्हें रोग मुक्त करें।
वैज्ञानिक सत्र में नेशल होम्यो. कॉलेज के प्रो. डॉ. अमित नायक ने रूब्रिक्स पर अपना शोधपत्र प्रस्तुत किया। वहीं प्रयागराज के युवा चिकित्सक डॉ. शशी कुमार शर्मा ने क्रॉनिक बीमारियों पर केस से अवगत कराया। लखनऊ के चिकित्सक डॉ. गौरी शंकर ने आर्गेनान ऑफ मेडिसिन का महत्व बताते हुए मरीजों को रोग मुक्त करने पर विचार दिए। वरिष्ठ होम्यो. चिकित्सक डॉ. गिरीश गुप्ता ने क्रिटिकल केसेस पर अपना शोधपत्र दिया।
इससे पहले प्रमुख अतिथि, उ. प्र. होम्योपैथी के निदेशक डॉ. अरविन्द वर्मा, उ.प्र. होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के पूर्व चेयरमैन डॉ. बी.एन. सिंह तथा एन.सी.एच. के सदस्य डॉ. आनन्द चतुर्वेदी ने डॉ. हनीमैन के चित्र पर पुष्पांजलि के साथ सेमिनार की शुरूआत की। विशिष्ट अतिथियों में नेशनल होम्यो. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दिलीप सोनकर, अयोध्या के डॉ. विजय पुष्कर, कानपुर के डॉ. राजेश वर्मा, आजमगढ़ के डॉ. राजेन्द्र राजपूत व लखनऊ शहर के प्रख्यात चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र कुमार, डॉ. नरेश अरोरा, डॉ. एस.जी. सिंह, डॉ. ओ.पी. श्रीवास्तव, रायबरेली के डॉ. आर.पी. मौर्या शामिल रहे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. पंकज श्रीवास्तव एंव डॉ. आर. पी. मौर्य ने किया। संचालक समिति के सदस्य डॉ. गौरांग गुप्ता, डॉ. अमित श्रीवास्तव, डॉ. आर. के. सैनी, डॉ. राजेश गौतम, डॉ. रूपेश पाण्डेय, डॉ. अनुरूद्ध वर्मा, डॉ. नीरज गाँधी, डॉ. नूतन शर्मा, डॉ. जी.सी. गुप्ता, डॉ. पीयूष शुक्ला, डॉ. आदर्श त्रिपाठी, डॉ. अदनान फारूकी, डॉ. रूख्साना खातून, डॉ. हर्षित कुमार, डॉ. अविनाश श्रीवास्तव, डॉ. रेनू यादव, डॉ. मनीराम वर्मा, डॉ. संजय सिंह, डॉ. अकबर अली, डॉ. पी. एस. जायसवाल, डॉ. अरूण प्रकाश, डा. पार्थ पटेल, डॉ. नेहा धवन, डॉ. उर्मिला सिंह, डॉ. ज्योति श्रीवास्तव, डॉ. ज्योति पंकज, डॉ. अजय सिंह आदि लोगों ने डॉ. हनीमैन और होम्योपैथी पर अपने विचार रखे। अंत में शहर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एस.के. शुक्ला ने अतिथियों का आभार व्यक्त कर कार्यक्रम का समापन किया।