लखनऊ, संवाददाता।
शुभम सोती फाउंडेशन अपने 13 वें स्थापना दिवस पर एक सप्ताह तक कम से कम 10 हजार ऐसे वाहन जिनमें बैकलाइट नहीं हैं। उनमें रेट्रो रिफ्लेक्टर रेडियम की पट्टियां लगाएगा। जिससे सड़क हादसों को रोका जा सके। इससे सड़क सुरक्षा जागरूकता के साथ ही लोगों में बदलाव आएगा। रिफ्लेक्टर रेडियम की पट्टियों से हादसे रोकने की कवायद
शुभम सोती फाउन्डेशन के अध्यक्ष आशुतोष सोती ने बताया कि सोमवार व मंगलवार को यानि दो दिनों में अयोध्या रोड स्थित चिनहट मोड़, गोमती नगर के हैनीमैन चौराहा पर बैकलाइट नहीं होने वाले वाहनों पर रेट्रो रिफ्लेक्टर रेडियम की पट्टियां लगाया गया। इनमें साईकिल, ई-रिक्शा, ट्रॉली, ऑटो रिक्शा आदि वाहन शामिल रहे। उन्होंने बताया कि अगले एक सप्ताह तक रोजाना विभिन्न स्थानों पर इसी तरह के कार्य चलते रहेंगे। फाउंडेशन 2010 से हर साल 15 जुलाई को मनाता है अपना स्थापना दिवस
अध्यक्ष आशुतोष सोती ने बताया कि शुभम सोती फाउंडेशन 2010 से हर साल 15 जुलाई को अपना स्थापना दिवस मनाता है। इसी के तहत सड़क सुरक्षा से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाता है। बेटे की मौत के सदमें से सड़क सुरक्षा जागरूकता की मिली प्रेरणा
दरअसल, 15 जुलाई 2010 को आशुतोष सोती के बेटे शुभम सोती की एक आकस्मिक एवं दुर्भाग्यपूर्ण सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। इस असहनीय दर्द एवं पीड़ा से अपने को थोड़ा सा उभारने के बाद उन्होंने शुभम सोती फाउंडेशन का गठन किया और यह निश्चय किया कि मैं अपनी शेष जिंदगी में इस फाउंडेशन के माध्यम से सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में कुछ ऐसा कार्य करूंगा कि जो मेरे साथ घटित हुआ है वह किसी हद तक औरों के साथ ना हो। इस साल भी संस्था स्थापना दिवस पर सड़क सुरक्षा के प्रति समर्पित
इसी सोच के साथ सन 2010 से लगातार सड़क सुरक्षा जागरूकता एवं इस क्षेत्र में व्यवहार परिवर्तन को लक्ष्य बनाते हुए नियमित रूप से प्रतिवर्ष प्रतिमाह कुछ ना कुछ सामाजिक कार्य सम्पादित होता चला आ रहा है। उन्होंने बताया कि इसी कड़ी में इस साल भी 15 एवं 16 जुलाई को संस्था के 13 वें स्थापना दिवस को सड़क सुरक्षा के प्रति समर्पित किया गया है। इससे दुर्घटनाओं में भी आएगी कमी
अध्यक्ष आशुतोष सोती ने बताया कि इस वर्ष भी 15 जुलाई से एक सप्ताह के लिए हमने यह निश्चय किया है की फाउंडेशन साइकिलों, इ-रिक्शा, ट्रॉली, ऑटो एवं ऐसे वाहनों पर जिसमें अधिकांशत: पीछे की लाइट या तो टूटी होती है या होती ही नहीं है। उन पर रेट्रो रिफ्लेक्टर की पट्टियां लगाएंगे। जिससे रात्रि में भी पीछे से रेडियम की इन पट्टियों की चमक दिखाई देगी और सड़क पर ऐसे वाहन अपनी उपस्थिति दर्ज कर पायेंगे। इससे दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। दो दिनों के इस आयोजन में ये लोग रहे शामिल
बीते दो दिनों के इस आयोजन में टीएसआई धर्मेंद्र प्रताप सिंह, बीरी सिंह, सौरभ उपाध्याय, हेड कांस्टेबल एवं फाउंडेशन के वरिष्ठ पदाधिकारी अनवारूल अब्बासी, अर्पित सिंघल, डॉ. गोपाल गर्ग, विशाल त्यागी, डॉ. अमन विज, विशाल श्रीवास्तव, विशाल पांडेय, तान्या सोनी एवं सहायक बादल रावत मौजूद रहे।