#HAR_GHAR_TIRANGA से 600 करोड़ रुपये का व्यापार होने की उम्मीद
कैट ने पीएम मोदी से 15 अगस्त से चालू वर्ष को स्वराज वर्ष घोषित करने का आग्रह किया
नई दिल्ली
हर घर तिरंगा अभियान से 600 करोड़ रुपये का व्यापार होने का अनुमान है। कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) देश भर में व्यापक स्तर पर इसके लिए अभियान चला रहा है। उम्मीद की जा रही है कि इस बार करीब 35 करोड़ तिरंगे झंडे की बिक्री होगी जिससे लगभग 600 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। पिछले वर्ष यह बिक्री लगभग 500 करोड़ रुपये थी। बता दें कि प्रधानमंत्री ने 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों मे तिरंगा लगाने की अपील की है।
इस बारे में कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि तिरंगा के प्रति लोगों के समर्पण और उत्साह को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस वर्ष के 15 अगस्त से 15 अगस्त 2024 तक की अवधि को “स्वराज वर्ष” के रूप में घोषित करने की अपील की है। वहीं यह भी आग्रह किया की अगले माह होने वाले जी 20 सम्मेलन के अवसर पर देश के लोगों से हर घर तिरंगा की अपील की जाए।
उन्होंने कहा कि 13 अगस्त से 15 अगस्त तक पूरे देश में कैट के झंडे तले देश के व्यापारी संगठन 4000 से अधिक तिरंगा कार्यक्रम आयोजित जिसमें तिरंगा रैलियां, तिरंगा मार्च,तिरंगा गौरव यात्रा एवं स्वराज मार्च जैसे कार्यक्रम होंगे।
हर घर तिरंगा अभियान ने देश भर में 10 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिया, जिन्होंने अपने घर में या छोटे स्थानों पर स्थानीय दर्जी की सहायता से बड़े पैमाने पर तिरंगा झंडा बनाया। एसएमई विनिर्माण और व्यापार क्षेत्र ने सबसे अधिक संगठित तरीके से बड़ी संख्या में भारतीय ध्वज तैयार करने में दिन-रात काम किया। आम तौर पर बनाए गए ध्वज के विभिन्न आकारों में 6800×4200 मिमी, 3600 x 2400 मिमी, 1800×1200 मिमी, 1350×900 मिमी, 900×600 मिमी, 450×300 मिमी, 225×150 मिमी और 150×100 मिमी शामिल हैं।वर्ष 2022 से पहले पिछले वर्षों में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, भारतीय तिरंगे की वार्षिक बिक्री लगभग 150-200 करोड़ रुपये तक सीमित थी। जबकि हर घर तिरंगा आंदोलन ने बिक्री को कई गुना बढ़ाकर 600 करोड़ रुपये कर दिया है ।