HIV/AIDS रोकथाम की सेवाओं को जरूरतमंदों तक आसानी से पहुंचाना प्रमुख लक्ष्य- शोभिनी राजन

BBAU में 32 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के विशेषज्ञों ने किया मंथन

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Indinewsline, Lucknow:
उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी (यूपीसैक्स) और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का गुरूवार को समापन हो गया। इसका मुख्य उद्देश्य सोसाइटी के अधिकारियों, पीयर एजुकेटर्स और नीति-निर्माताओं के साथ एचआईवी/एड्स रोकथाम को और प्रभावी बनाने पर चर्चा की गई। इसमें 32 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिभागी जुड़े रहे।

एड्स रोकथाम से जुड़ी सभी सेवाओं को जरूरतमंद

लोगों तक आसानी से पहुंचाना हमारा प्रमुख लक्ष्य
BBAU के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) की उपमहानिदेशक शोभिनी राजन ने कहा कि एड्स रोकथाम से जुड़ी सभी सेवाओं को जरूरतमंद लोगों तक आसानी से पहुंचाना हमारा प्रमुख लक्ष्य है। इस कार्यशाला ने जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे लोगों के अनुभवों को समझने और उनकी चुनौतियों को जानने का मौका दिया है, जिससे राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के छठे चरण की नीतियों और योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा।

एचआईवी/एड्स रोकथाम में अंतिम छोर तक पहुंच बनाना हमारी प्राथमिकता

यूपीसैक्स की परियोजना निदेशक अमृता सोनी ने कहा कि एचआईवी/एड्स रोकथाम में अंतिम छोर तक पहुंच बनाना हमारी प्राथमिकता है। इस कार्यशाला ने विभिन्न राज्यों से आएं प्रतिनिधियों के द्वारा दिए गए सुझावों को आगामी एचआईवी रोकथाम शिखर सम्मेलन में शामिल किया जाएगा।

नए संक्रमण को रोकने के लिए देश में 450 संपूर्ण सुरक्षा क्लीनिक संचालित


नाको से डॉ. शांतनु कुमार ने बताया कि नए संक्रमण को रोकने के लिए देश में 450 संपूर्ण सुरक्षा क्लीनिक संचालित हैं। अब हम संपूर्ण सुरक्षा रणनीति को राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के छठे चरण में पूरे देश में विस्तारित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। वर्तमान में 20 हजार कार्यकर्ता समुदाय स्तर पर कार्यरत हैं और 1,600 पीयर एजुकेटर्स देशभर में सक्रिय हैं। इनकी मदद से हम 10.5 लाख सेक्स वर्कर्स और 95 हजार ट्रांसजेंडर व्यक्तियों तक पहुँच चुके हैं। इसके अलावा एचआईवी से संक्रमित 89 प्रतिशत लोगों को एआरटी केंद्रों से जोड़ा गया है, जिससे उन्हें आवश्यक उपचार और देखभाल मिल रही है।

एचआईवी संक्रमण की दर को कम करना, इससे जुड़ी मृत्यु दर को घटाना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी

यूपीसैक्स परियोजना निदेशक रवीन्द्र कुमार ने कहा कि एचआईवी संक्रमण की दर को कम करना, इससे जुड़ी मृत्यु दर को घटाना और प्रभावित समुदाय को होने वाली चुनौतियों को दूर करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। साथ ही बीबीएयू के कुलपति प्रो. आर.के. मित्तल ने कहा कि भविष्य में भी विश्वविद्यालय ऐसे मुद्दों पर काम करता रहेगा ताकि बच्चें में ज्यादा से ज्यादा इन बीमारियों को लेकर समझ बन सकें।

मौके पर यह सभी रहें मौजूद


इस अवसर पर यूपीसैक्स के संयुक्त निदेशक रमेश श्रीवास्तव, नाको के अधिकारी डॉ. साईंप्रसाद भावसार और डॉ. शांतनु कुमार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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