यूपी में पांच हजार युवा हुए बेरोजगार, कोरोना काल में तैनात इन कर्मियों की सेवाएं समाप्त

सेवा विस्तार नहीं मिलने पर प्रदर्शन करने की चेतावनी

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लखनऊ, संवाददाता।
कोरोना काल में प्रदेश भर के अस्पतालों में आउटसार्स के तहत तैनात पांच हजार कर्मचारियों की नौकरी पर संकट खड़ा हो गया है। 30 जून को सेवा समाप्ति के पांच दिन बाद भी विभिन्न जनपदों को इनके सेवा विस्तार का आदेश जारी नही हुआ है। विभिन्न जनपदों में तैनात करीब पांच हजार कर्मचारियों की सेवाएं रोक दी गई हैं। वहीं संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग- संविदा कर्मचारी संघ ने सेवा विस्तार नहीं मिलने पर लखनऊ में प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
हर दूसरे माह इनकी सेवाएं जिले में हो जाती है समाप्त
संघ के प्रदेश महामंत्री सच्चिता नन्द मिश्रा ने बताया की विभिन्न अस्पतालों में कोविड काल में तैनात किए गए कर्मचारियों की सुध सरकार नही ले रही है। हर दूसरे माह इनकी सेवाएं जिले में समाप्त की जाती हैं। फिर एनएचएम से एक या दो माह का सेवा विस्तार दिया जाता है। उन्होंने बताया कि अबकी बार 30 जून को सेवा समाप्ति के पांच दिन बाद शुक्रवार को भी सेवा विस्तार का आदेश विभिन्न जनपदों को जारी नही हुआ है। करीब पांच हजार कर्मचारी विभिन्न जनपदों में तैनात है जिनकी सेवाएं रोक दी गई हैं।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने समस्या को सुनकर भी नहीं की कोई सुनवाई
श्री मिश्रा ने बताया की पूरा मामला डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के संज्ञान में है। कई बार यूनियन और कर्मचारियों की टीम उनसे मिलकर समायोजित किए जाने की मांग कर है। उन्होंने बताया कि उपमुख्यमंत्री से मुलाकात पर एक या दो माह का विस्तार ही होता है। इस बार अभी तक कोई आदेश नहीं आया।
कोरोना काल के बाद भी कराई जा रही थी ड्यूटी, इनकी सेवाओं को जारी रखने की हुई थी मांग
उन्होंने बताया कि संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ ने कई बार शासन को प्रस्ताव पत्र से अवगत कराया है की जनपद के चिकित्सालयों में कर्मचारियों की कमी है। तभी इनसे कोरोना काल के बाद भी काम लिए जा रहा है तो इनकी सेवाए निरंतर जारी रखी किया जाये। साथ ही किसी अन्य मद से इनके लिए बजट की व्यवस्था हो।
सेवा विस्तार नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी
संघ के प्रदेश महामंत्री सच्चिता नन्द मिश्रा ने बताया कि सरकार और शासन की उदासीनता के कारण हजारों योग्य तथा अनुभवी युवा कर्मचारी हर माह बेरोजगारी की कगार पर खड़े रहते हैं। पिछले दो वर्षो में करीब सात हजार कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त हो चुकी हैं। अब मात्र पांच हजार कोविड कर्मचारी कार्यरत हैं। 30 जून से उनको भी सेवा विस्तार नही मिला है। सच्चिता नन्द मिश्रा ने बताया कि अगर इन कर्मचारियों को सेवा विस्तार नही मिला तो कर्मचारी लखनऊ में इकट्ठा होकर प्रदर्शन करेंगे।

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