किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) के एनेस्थीसिया विभाग द्वारा आयोजित 5वीं अंतरराष्ट्रीय और 15वीं राष्ट्रीय एनेस्थीसियोलॉजिस्ट्स सम्मेलन (ICACON 2024) के पहले दिन गुरूवार को देशभर के विभिन्न प्रांतों से पहुंचे नर्सिंग और पैरामेडिकल छात्रों को प्रशिक्षित किया गया।
साथ ही विश्वस्तरीय फैकल्टी ने छात्रों को मरीज़ों को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवाएं देने के लिए तैयार किया।
प्रिंसिपल सेक्रेटरी और KGMU की कुलपति ने किया उद्घाटन
कार्यक्रम का चिकित्सा शिक्षा प्रिंसिपल सेक्रेटरी पार्थ सारथी सेन शर्मा और KGMU की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने इसका उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पार्थ सारथी सेन शर्मा ने आयोजन समिति को इस जीवन-रक्षक कोर्स के आयोजन के लिए बधाई दी और उपस्थित नर्सिंग और पैरामेडिक्स छात्रों को मरीज़ों की सेवा के प्रति प्रेरित किया।
प्रो. सोनिया नित्यानंद ने छात्रों को इस कार्यशाला में अपनी स्किल्स को बढ़ाने और समय का सदुपयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह वर्कशॉप छात्रों के लिए अपनी क्षमताओं को निखारने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
अस्पताल में मरीज़ों की पहली मुलाकात नर्सिंग और पैरामेडिक्स से होती है- प्रो. मोनिका कोहली
विभागाध्यक्ष प्रो. मोनिका कोहली ने बताया कि अस्पताल में मरीज़ों की पहली मुलाकात नर्सिंग और पैरामेडिक्स से होती है, इसलिए उनकी भूमिका बेहद अहम होती है। वे मरीज़ों और उनके परिजनों की भावनाओं को समझते हुए, उचित इलाज की प्रक्रिया को तेज और कारगर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
700 से अधिक एनेस्थीसिया विशेषज्ञ अगले चार दिनों तक कांफ्रेंस की थीम पर चर्चा करेंगे- डॉ. तन्मय तिवारी
आयोजन सचिव डॉ. तन्मय तिवारी ने बताया कि ICACON 2024 में 700 से अधिक एनेस्थीसिया विशेषज्ञ अगले चार दिनों तक कांफ्रेंस की थीम “एनेस्थीसिया से मरीज़ों की देखभाल में परिणाम वृद्धि” पर चर्चा करेंगे। इस सम्मेलन के माध्यम से एनेस्थीसिया और क्रिटिकल केयर को मरीज़ों के लिए अधिक सुगम और प्रभावी बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
इन लोगों की भी रही महत्वपूर्ण भूमिका
कार्यक्रम का संचालन डॉ. अपर्णा शुक्ला ने किया। इस दौरान डॉ. अपजीत कौर, डॉ. अनिल निश्चल, डॉ. परवेज़, डॉ. दिनेश कौशल, डॉ. ऋतु वर्मा, डॉ. मनोज चौरासिया, डॉ. नील कमल मौजूद रहे।