आजमगढ़, उपेन्द्र कुमार पांडेय।
सीएम योगी आदित्यनाथ के सोमवार को आजमगढ़ में समीक्षा बैठक में मीडिया कर्मियों को जाने की अनुमति नहीं दी गई। उन्हें एडीएम प्रशासन के कमरे में बिठाया गया था। यहां तक की भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद नीलम सोनकर का नाम भी सूची में नहीं था जिन्हें पुलिसकर्मियों ने वापस कर दिया।
पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को 11:00 बजे पुलिस लाइन पहुंचे। वहां से सीधे कार से कलेक्ट्रेट पहुंचे और अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक शुरू की।
सीएम योगी आदित्यनाथ सीधे कलेक्ट्रेट सभागार पहुंचे। जहां पहले से ही जनपदीय अधिकारी व जनप्रतिनिधि बैठे थे। सीएम ने उनके साथ बैठक शुरू की। जबकि मऊ और बलिया के अधिकारी ऑनलाइन बैठक से जुड़े थे।
सीएम ने विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की अधिकारियों के साथ समीक्षा शुरू की। पूरा कलेक्ट्रेट पुलिस छावनी में तब्दील रहा। बैठक में शामिल होने वाले अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को ही अंदर जाने दिया गया। अन्य किसी को भी जिसका नाम सूची में नहीं था उन्हें अंदर प्रवेश नहीं दिया गया।
इस मौके पर नगर विकास मंत्री एके शर्मा, मंत्री दारा सिंह चौहान, मंत्री दानिश अंसारी, एमएलसी विजय बहादुर पाठक, पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ, एमएलसी रामसूरत राजभर, पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों में मंडल आयुक्त मनीष चौहान, डीआईजी वैभव कृष्ण, डीएम विशाल भारद्वाज, एसपी हेमराज मीणा आदि उपस्थित रहे।