बलरामपुर, रिपोर्टर।
यूपी के बलरामपुर जिले में बकरीद त्योहार पर बड़ा हादसा हुआ है। ननिहाल में बकरीद मनाने पहुंची चार लड़कियों की कुआनों नदी में डूबकर मौत हो गयी। चारो नहाने गईं थीं। गहराई में जाने से वह डूब गईं। स्थानीय लोगों ने शवों को नदी से निकाला, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। चार लड़कियों की मौत से गांव में कोहराम मचा है। चारों गर्मी से ऊब कर गांव के पास कुआनो नदी में गई थी नहाने…
थाना रेहरा बाजार के कालूबनकट के निवासी राजू की चार लड़कियां अपने ननिहाल मसिहाबाद ग्रिन्ट में नाना अहमद अली के यहां बकरीद का त्योहार मनाने सोमवार को पहुंची थीं। दोपहर चार बजे के करीब चारों गर्मी से ऊब कर गांव के पास स्थित कुआनो नदी चली गईं। घर से बकरी लेकर निकलीं और बताया कि चराने जा रही हैं। जब तक गांव के लोग पहुंचे तब तक चारों की हो गयी थी मौत…
कुछ देर बाद चारों नहाने के लिए नदी में चली गईं। गहरे पानी में जाने से डूबने लगीं तो शोर मचाना शुरू कर दिया। जब तक गांव के लोग आते, तब तक चारों डूब गईं। स्थानीय लोगों ने चारों को कड़ी मशक्कत के बाद करीब शाम सात बजे निकाला। चारों की मौत डूबने से हो चुकी थी।
इसमें रेशमा (13), अफसाना (11), गुड्डी (9) लल्ली (7) की पहचान हुई। चारों राजू की बेटियां थीं। नियमानुसार पीड़ित परिवार को राहत सहायता दी जाएगी- SDM सूचना के बादउपजिलाधिकारी उतरौला अवधेश कुमार, तहसीलदर शैलेन्द्र सिंह, सीओ उतरौला प्रमोद कुमार मौके पर पहुंचे थे। एसडीएम ने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जिलाधिकारी अरविंद सिंह ने घटना पर दुख जताया। कहा कि नियमानुसार पीड़ित परिवार को राहत सहायता दी जाएगी। मौके पर टीम भेजकर रिपोर्ट ली गई है। खुशी का त्यौहार गम में बदला…
ग्राम प्रधान जाबिर अली ने बताया कि बकरीद पर परिवार में खुशी का माहौल था और सभी बेटियों अपनी मां के साथ खुशी-खुशी त्यौहार मनाने आई थी। इसी थानक्षेत्र के कालूबनकट गांव के रहने वाले राजू के 6 बेटियां और तीन बेटे है। राजू की पत्नी अपने सभी बच्चों को लेकर अपने मायके मसीहाबाद ग्रिंट में बकरीद मनाने आई थी। ग्राम प्रधान के अनुसार कुर्बानी के बाद बच्चों ने खाना खाया। खाना खाने के बाद शाम को अत्यधिक गर्मी होने पर चारों बहनें गांव के पास स्थित कुआनो नदी में नहाने के लिए चली गई। चारों बहने नहाते समय नदी में डूब गई। शोर-गुल होने पर गांव वाले नदी पर पहुंचे तब तक चारों बहनों की नदी में डूबने से मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों की मदद से चारों बहनों के शव को बाहर निकाला गया।