नई दिल्ली
जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के 2024 के अंत में भारत आने की उम्मीद है। इस दौरान उनके साथ मंत्रिमंडल का एक बड़ा हिस्सा भी अंतर-सरकारी परामर्श के लिए भारत की यात्रा पर आ सकता है। जर्मन राजदूत फिलिप एकरमैन ने सोमवार को यह जानकारी दी है। बता दें कि इससे पहले ओलाफ ने पिछले साल भारत का 2 बार दौरा किया था।
जर्मन राजदूत फिलिप एकरमैन ने आद्रभूमि पर एक लघु फिल्म की स्क्रीनिंग के मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, कि इस यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंधों का रोडमैप तैयार करने में मदद मिलेगी। जलवायु परिवर्तन पर दोनों देश मिलकर कैसे काम कर सकते हैं के सवाल पर एकरमैन ने कहा, भारत के साथ हम आर्द्रभूमि विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ने के लिए वे महत्वपूर्ण हैं। हमने 6-7 साल पहले भारत में 25 आर्द्रभूमियों के साथ शुरुआत की थी। अब हम 80 हैं। यह एक शानदार सफलता की कहानी है। हमें इसका हिस्सा बनने पर बहुत गर्व है।