Asha Workers की हड़ताल के 54वें दिन सफल ‘जेल भरो’ आंदोलन
हजारों आशाएं धरना स्थल से मुख्यमंत्री केजरीवाल के निवास तक एक जुलूस के रूप में जोरदार नारों के साथ आगे बढ़ी
नई दिल्ली
28 अगस्त से दिल्ली की आशाएं ट्रामा सेंटर, सिविल लाइन पर धरना दे रही है। धरने के दौरान बीच-बीच में विशेष कार्यक्रम के माध्यम से सरकार को जगाने का प्रयास किया है लेकिन सरकार अपने उदासीनता से सक्रियता में आना नहीं चाहती। दिल्ली सरकार को सचेतन अवस्था में लाने के लिए आज 20 अक्टूबर को आशा वर्कर्स ‘जेल भरो’ आंदोलन के तहत गिरफ्तारी दी। हजारों आशाएं धरना स्थल से मुख्यमंत्री केजरीवाल के निवास तक एक जुलूस के रूप में जोरदार नारों के साथ आगे बढ़ी। आशाएं जब ‘पिंक पिंक लहराएगा हो ठिकाने आएगा , ‘ कहां चली भई कहां चली आशा वर्कर जेल चली जेल चली, ‘हमारी मांगे पूरी करो, ‘केजरीवाल खोलो कान नहीं तो होगी नींद हराम, ‘3000 में दम नहीं 15000 से काम नहीं, ‘प्वाइंट्स काम नहीं करेंगे, नारे लगाते हुए जुलूस के रूप में आगे बढ़ीं।
कुछ दूरी पर जुलूस को पुलिस द्वारा रोक दिया गया और गिरफ्तार कर मौरीस नगर थाना लाया गया। जहाँ दावा यूनियन की कार्यकारी अध्यक्ष शिक्षा राणा, अध्यक्ष सोनू, महासचिव उषा ठाकुर के अलावा और एआईयूटीयूसी के अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य श्री रमेश पाराशर, राज्य सचिव मैनेजर चौरसिया, सलाहकार प्रकाश देवी ने संबोधित किया और मांगो को उठाया। वहां पर आशाओं ने जोरदार नारों के साथ अपना मांग पूरी होने तक धरना जारी रखने का संकल्प दुहराया। शाम को आशाओं को छोड़ दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि आशाओं ने ये गिरफ्तारी दे कर सरकार को चेताया है कि हम केवल वह महिला नहीं है जो घर संभाल सकती हैं या केवल बच्चे पाल सकती हैं। हम वह क्रांतिकारी महिलाएं हैं,वे लड़ाकू महिलाएं हैं जो अपने न्याय उचित और जायज मांगों को पाने के लिए संघर्ष भी कर सकती हैं। जेल भी जा सकती हैं। इसलिए सरकार को यह समझना चाहिए कि यह आंदोलन हमारा जायज आंदोलन है। जितना जल्दी हमारी मांग पूरी होगी उतनी जल्दी हमारी हड़ताल खत्म होगी। अन्यथा मांग पूरी न होने तक हमारा हड़ताल जारी रहेगी। सभा का संचालन सुजाता पांडे ने किया।