यूपी रोडवेज में 5 हजार चालक और 10 हजार परिचालकों की भर्ती होगी। इसकी प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जायेगी। इसके अलावा लोक सेवा एवं अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से भी नियमित विभागीय भर्तियां होनी हैं,जिसके लिए नियमों में संशोधन संबंधी प्रस्ताव शीघ्र ही शासन को भेजा जायेगा। इस प्रकार सरकार की मंशानुरूप प्रदेश के युवाओं को रोजगार के बड़े अवसर मिलने वाले हैं। परिचालकों की भर्ती में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए कौशल विकास मिशन के साथ निगम ने एमओयू किया है। यह बातें परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने गुरूवार को मुख्यालय के सभागार में प्रेसवार्ता के दौरान कही।
चालक एवं परिचालक को अक्टूबर तक मिलेगा वर्दी भत्ता
एमडी ने कहा कि रोडवेज बसों के चालक एवं परिचालक को मिलने वाला वर्दी भत्ता अक्टूबर के पहले सप्ताह तक उनके खाते में भेजा जायेगा, जिससे कि वह वर्दी में रहें। दोनों की वर्दी साफ सुथरी एवं उस पर नेम प्लेट भी लगा होना चाहिए। परिवहन निगम ग्रीन रूटों का चिन्हांकन करते हुए बसों के संचालन की तैयारी कर रहा है। परिवहन निगम 100 इलेक्ट्रिक बसों को खरीदने का टेण्डर कर चुका है। इसके अलावा 120 इलेक्ट्रिक बसों के टेंडर की प्रक्रिया चल रही है।
विभाग को सवा सौ करोड़ से अधिक का लाभ, मृतक आश्रितों की भर्ती का होगा प्रयास
उन्होंने कहा कि लम्बे समय से मृतक आश्रितों की भर्ती प्रक्रिया रूकी हुई है। कोरोना काल में निगम के घाटे में होने की वजह से इन भर्तियों पर अस्थाई तौर पर रोक लगी हुयी थी। इस वर्ष सवा सौ करोड़ से अधिक का लाभ हुआ है। मृतक आश्रित भर्ती को शीघ्र शुरू कराने के लिए शासन को बैलेंस सीट 30 सितम्बर तक भेजा जायेगा, उसके बाद तत्काल ही उनकी भर्ती का निस्तारण भी कर लिया जायेगा।
गाड़ियां समय से एवं नियमित चले, इसके लिए विभाग के अधिकारियों की हुई
कार्यशाला
एमडी ने कहा कि निगम की गाड़ियां समय से एवं नियमित रूप से चले, इसके लिए विभाग के अधिकारियों की 15 दिवसीय कार्यशाला हुई। डिपो से बसें समय से निकलें, परिचालकों को एटीएम मशीन इत्यादि उपलब्ध हों, इसके निर्देश दिये गये हैं। 100 चिन्हित बस स्टेशनों में 91 बस स्टेशनों पर डिस्प्ले बोर्ड लगाये जा चुके हैं, जिस पर बसों के आवागमन संबंधी सभी जानकारियां डिस्प्ले होती रहती हैं। इसके अलावा एनाउन्समेंट के लिए अत्याधुनिक तकनीक के उपयोग पर भी निगम कार्य कर रहा है, जिससे यात्रियों को जानकारी स्पष्ट प्राप्त हो सके। बसों के बेहतर संचालन के लिए मुख्यालय स्तर पर कन्ट्रोल रूम की स्थापना की जा चुकी है।
महाकुंभ में निगम सात हजार बसों का संचालन करेगा
वहीं महाकुंभ-2025 को सफल बनाने के लिए निगम अपनी तैयारी तेजी से कर रहा है। महाकुंभ में निगम सात हजार बसों का संचालन करेगा। शासन से निगम को अब तक डेढ़ हजार करोड़ रूपये प्राप्त हो चुके है, जिसका उपयोग निगम इलेक्ट्रिक बसों के खरीदने में करेगा। माघ मेला क्षेत्र में नगर निगम एवं अन्य विभागों के साथ सहयोग करते हुए विभाग इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करेगा, जिससे कि मेला क्षेत्र प्रदूषण मुक्त रहे।