लखनऊ, रिपोर्टर।
राजधानी लखनऊ के कैसरबाग स्थित बस डिपो के कार्यशाला में जगह- जगह गंदगी व कूड़ों का ढेर पड़ा है। कार्यशाला के बाहर कैंटिन से एक पान की गुमटी में अवैध रूप से बिजली की सप्लाई हो रही है। अवैध बिजली सप्लाई समेत सभी समस्याओं के बारे में पूछे जाने पर भड़के ARM के चालक ने पत्रकारों संग बदसलूकी की। मना करने की बजाए ARM ही उसका बचाव करने लगे। मौके पर मौजूद कर्मियों ने किसी तरह मामले को शांत कराया।
इसके अलावा बस चालकों व परिचालकों के आराम करने के लिए बनाए गए रेस्ट रूम व उनके शौचालयों में भी बेहतर साफ-सफाई नहीं है। यहां वाटर कूलर का कनेक्शन काट दिया गया है। पर इसकी मरम्मत न होने से यहां पानी का संकठ गहरा गया है। सप्ताह भर पहले वाटर कूलर में करंट की चपेट में आने से युवक की करंट से मौत हो गई थी।
बस डिपो के कार्यशाला में रोडवेज बसों की मरम्मत होती है। यहां बसों का दुरूस्त करने के लिए ठेके पर कर्मचारियों को लगाया गया है। कार्यशाला परिसर में जगह- जगह गंदगी व कूड़ों का ढेर जमा है। यहां बाहर से आने वाले बस चालकों व परिचालकों के लिए आराम करने के लिए रेस्ट रूम बनाए गए हैं। रेस्ट रूम से लेकर इसमें बने शौचालयों में काफी गंदगी है। पानी की टोंटियां तक गायब हैं। दबे आवाज में कुछ कर्मचारियों ने यहां की खामियां उजागर की। उन्होंने बताया कि यहां गंदगी से आराम करना खतरे से खाली नहीं है। गंदगी से मच्छर पनपते हैं। पिछले साल कई साथी डेंगू की चपेट में आ गए थे। यहां लगे जर्जर पंखे भी गर्मी में राहत नहीं देते।
परिसर में ही मंदिर के बाहर बेवजह पानी की बर्बादी हो रही थी। करीब एक माह से टोंटी टूटी पड़ी है। पास में ही कीचड़ भरे थे। कर्मचारियों की माने तो शिकायतों के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पिछले हप्ते यहां वाटर कूलर में पानी लेने आए किशोर की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी। अफसरों ने वाटर कूलर की मरम्मत कराने की बजाए उसका कनेक्शन ही कटवा दिया। इससे कर्मचरियों के सामने पानी का भी संकट खड़ा हो गया है।
दूसरी ओर कार्यशाला के बाहर ही कर्मचारियों के लिए कैंटिन बनाई गई है। जिसमें खाने-पीने के सामान उपलब्ध कराए जाते हैं। यहां से ही पास में एक पान की गुमटी में अवैध रूप से बिजली की सप्लाई हो रही है। मौके पर पहुंचे ARM सत्यनारायण चौधरी ने सभी समस्याओं को दरकिनार कर दिया। सवाल पूछे जाने से वह पत्रकारों पर ही भड़क उठे। इसी बीच उनका ड्राइवर वीडियो बनाने लगा। मना करने पर उसने पत्रकारों से बदसलूकी की। ARM रोकने की बजाय ड्राइवर के बचाव पर उतर आए। बवाल बढ़ता देख कुछ कर्मचारियों ने समझा बुझाकर सभी को शांत कराया।