लखनऊ में रिटायर अनुभाग अधिकारी ने हाथ की नस काट कर की खुदकुशी, पेट की बीमारी से परेशान था बुजुर्ग
कुछ दिन पूर्व भी किया था खुदकुशी का प्रयास
लखनऊ
गाजीपुर के संजयगांधी पुरम में मंगलवार दोपहर सचिवालय से रिटायर अनुभाग अधिकारी जगदीश प्रसाद तिवारी (76) ने हाथ की नस काट कर खुदकुशी कर ली। उनका शव बाथरूम में खून से लथपथ पड़ा मिला। बेटी प्रीति ने शव देख पुलिस को सूचना दी थी। वह स्टोमा बीमारी से पीड़ित थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
संजयगांधी पुरम निवासी पीयूष के मुताबिक जगदीश प्रसाद काफी दिनों से बीमार थे। चलने में भी दिक्कत होती थी। इसके लिए वॉकर का इस्तेमाल करते थे। मंगलवार दोपहर जगदीश कमरे में नजर नहीं आए। बेटी प्रीति पिता को खोजते हुए बाथरूम में पहुंची। जहां जगदीश खून से लथपथ मिले। उनके हाथ की नस से खून बह रहा था। भाई पीयूष की मदद से प्रीति पिता को इलाज के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल लेकर गईं थीं। जहां डॉक्टरों ने जगदीश को मृत घोषित कर दिया।
पीयूष ने बताया कि कुछ दिन पूर्व भी पापा ने खुदकुशी का प्रयास किया था। वह पेट में स्टोमा की बीमारी से परेशान थे। उस वक्त परिवार वालों ने जगदीश को किसी तरह से रोक लिया था। पीयूष ने बताया कि पापा के साथ मां चंद्रप्रभा हर वक्त साथ रहती थी। पर कुछ दिन पूर्व जरूरी काम से उन्हें पैतृक गांव जाना पड़ा था।
जानकारी के मुताबिक जगदीश प्रसाद तिवारी 2008 में अनुभाग अधिकारी पद से रिटायर हुए थे। स्टोमा से पीड़ित होने के कारण वह काफी परेशान रहते थे। वह संजय गांधी पुरम में अपने बेटे के साथ रहते थे। उनके तीन बेटे हैं। एक बेटा प्रतापगढ़ गांव और एक प्रयागराज में रहता है। बीमारी के कारण उनका चार बार ऑपरेशन भी हो चुका था।
इंस्पेक्टर विकास राय के मुताबिक शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बीमारी से परेशान होकर बुजुर्ग ने खुदकुशी की है।