लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में वसूली के आरोपी नेत्र चिकित्सक पर यह हुई बड़ी कार्रवाई? पढ़ें पूरी खबर…
जांच तक नहीं करेंगे ऑपरेशन, OT में भी जाने पर रोक
लखनऊ, रिपोर्टर।
बलरामपुर अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के नाम पर मरीज से 4300 रुपए वसूली के आरोपी संविदा नेत्र रोग विशेषज्ञ ऑपरेशन कर रहा था। मामले ने जब शनिवार को तूल पकड़ा तो अस्पताल प्रशासन ने आरोपी डॉ. अजय वैद्य के ऑपरेशन करने पर रोक लगा दी। जब तक जांच चलेगी तब तक आरोपी डॉक्टर ओटी में नहीं जाएंगे। ऐसे में डॉ. अजय वैद्य की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं।
उन्नाव हसनगंज के सुशील सिंह ने मां रामरानी के मोतियाबिंद के ऑपरेशन करने के नाम पर बलरामपुर अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में संविदा पर तैनात डॉ. अजय वैद्य पर 4300 रुपए वसूली का आरोप लगाया था। डॉक्टर ने लेंस के नाम पर पैसे लिए लेकिन मरीज को अस्पताल से मुफ्त मिलने वाला लेंस लगाया। डिप्टी सीएम, एनएचएम की मिशन निदेशक से शिकायत के बाद मामला बढ़ गया। मोतियाबिंद की मुफ्त सर्जरी के 4300 वसूलने का मामला तूल पकडऩे लगा। विभिन्न समाचार पंत्रों में भी यह मामला सुखियों में आया। इसके बाद बलरामपुर अस्पताल प्रशासन ने चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की। प्राथमिक जांच में पता चला कि मरीज को सरकारी लेंस लगाया गया था। शुक्रवार को अस्पताल प्रशासन ने आरोपी डॉ. अजय वैद्य को नोटिस जारी की। साथ ही आपरेशन पर रोक लगा दी।
बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी के मुताबिक आरोपी डॉक्टर के ऑपरेशन करने पर रोक लगा दी गई है। जब तक जांच चलेगी, डॉ. अजय वैद्य मरीजों के ऑपरेशन नहीं कर सकेंगे। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।