लखनऊ KGMU में नहीं सुनते जिम्मेदार, स्ट्रेचर ढूंढने में लगा रहा बुजुर्ग, बेटे की गई जान
KGMU प्रशासन ओपीडी में मरीज की मौत के मामले की जांच कराएगा
लखनऊ
यहां स्ट्रेचर है क्या, मेरा बेटा फर्श पर लेटा है। उसे न्यूरो सर्जरी विभाग के डॉक्टर को दिखाना है। काफी समय तो पर्चा बनवाने में लग गया। अब स्ट्रेचर ढू़ंढ रहा हूं। हालांकि आधा घंटे बाद बुजुर्ग को स्ट्रेचर तो मिला पर उससे पहले ही बेटे की मौत हो चुकी थी। केजीएमयू ओपीडी में शुक्रवार को यह शर्मसार करने वाली घटना हुई।
सिर में दर्द समेत दूसरी परेशानी होने पर बुजुर्ग पिता शेख मोहम्मद अपने बेटे जीशान को लेकर केजीएमयू पहुंचे थे। कर्मचारियों ने पहले मरीज को मानसिक स्वास्थ्य विभाग ले जाने की सलाह दी। बेबस पिता बेटे को लेकर वहां पहुंचे तो डॉक्टरों ने मरीज को न्यूरो सर्जरी विभाग की ओपीडी में दिखाने की सलाह दी।
वह जीशान को लेकर ओपीडी पहुंचे। इस दौरान हालत गंभीर हो गई तो बेटे को फर्श पर लिटा दिया। खुद ओपीडी पर्चा बनवाने के लिए कतार में लग गए। इस दौरान जीशान को भीषण दर्द हुआ। सांस लेने में तकलीफ होने लगी। शेख मोहम्मद जब तक बेटे के पास पहुंचे, उसकी सांसें थम चुकी थीं। इस पर वह वहीं रोने लगे। इस दौरान केजीएमयू के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने मरीज को ट्रॉमा सेंटर ले जाने की सलाह दी। पिता स्ट्रेचर की तलाश में जुट गए, जिसमें आधा घंटा लग गया। दूसरे तीमारदारों की मदद से युवक को स्ट्रेचर पर लिटाकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने जांच की। सीपीआर दिया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह का कहना है कि ओपीडी में मरीज की मौत के मामले की जांच कराई जाएगी। घटना दुखद है।