लखनऊ, रिपोर्टर।
मोहनलालगंज के हुलासखेड़ा गांव में बैखोफ खनन माफिया ने अपने गुर्गों संग सोमवार की देर रात किसान के खेत में जेसीबी मशीन व डंपर को लगाकर अवैध रूप से मिट्टी खनन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि दबंग खनन माफिया ने किसान से समझौता पत्र साइन कराकरा बिना सरकारी परमिशन कराये आधा दर्जन से अधिक डंपरों व जेसीबी मशीन की मदद से अवैध खनन शुरू कर दिया। मंगलवार की सुबह बिना परमिशन अवैध खनन होने का सजग ग्रामीणो ने सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल किया तो आनन-फानन खनन करा रहे माफिया के गुर्गे जेसीबी व डंपरों को लेकर मौके से भाग निकले। वहीं अवैध खनन के पूरे मामले में कार्रवाई की बजाय स्थानीय तहसील प्रशासन व पुलिस ने चुप्पी साध ली और अवैध खनन ना होने की बात कहकर पल्ला झाड लिया। जबकि ग्रामीणों की माने तो हुलासखेड़ा चौकी से महज दौ सौ मीटर दूरी पर स्थित किसान के खेत में बिना परमिशन अवैध खनन सोमवार की देर रात से लेकर मंगलवार की सुबह तक चलता रहा। चौकी के सामने से मिट्टी लदे डंपर गुजरते रहे और पुलिस चुप्पी साधे बैठी रही।
ग्रामीणों ने हुलासखेड़ा चौकी व राजस्वकर्मी की मिलीभगत से अवैध मिट्टी खनन करने का आरोप लगाते हुये जिलाधिकारी समेत पुलिस के उच्चाधिकारियों से शिकायत किये जाने की बात कही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में ही रहने वाले किसान लवकुश का हुलासखेड़ा चौकी से दौ सौ मीटर की दूरी पर खेत है। खनन का काम करने वाले मनोज यादव निवासी भवानीखेड़ा मजरा समेसी थाना नगराम ने खेत में मिट्टी खनन करने का समझौता पत्र साइन कराकर बिना रायल्टी कराये सोमवार की देर रात जेसीबी मशीन समेत आधा दर्जन के करीब डंपरों को लगाकर अवैध रूप से मिट्टी खनन शुरू कर दिया और अवैध खनन की मिट्टी लदे डंपर रात से लेकर सुबह तक चौकी के सामने से गुजरते रहे।
सजग ग्रामीणों ने खेत में अवैध रूप से जेसीबी मशीन व डंपरों को लगाकर मिट्टी खनन का वीडियो बनाया। जिसकी भनक लगते ही खनन करा रहे लोग जेसीबी मशीन समेत डंपर को लेकर मौके से भाग निकले। वहीं पूरे मामले में इंस्पेक्टर आलोक राव ने बताया कि बिना रायल्टी कराये किसान के खेत मिट्टी खनन किये जाने की जानकारी मिली है। कार्रवाई के लिये राजस्व व खनन विभाग को रिपोर्ट भेजी जायेगी।