LUCKNOW: नगर निगम ने घर को किया सील तो आहत ई-रिक्शा चालक ने फांसी लगाकर दी जान
सील घर में ही बंद हो गया था ई-रिक्शा, नहीं रहा कमाई का कोई साधन
लखनऊ
यूपी की राजधानी लखनऊ में बड़ी घटना हुई है। यहां पुराना टिकैतगंज में ई-रिक्शा चालक ने फांसी लगाकर जान दे दी। शनिवार सुबह शव फंदे पर लटकता मिला। परिजनों के मुताबिक वह गृहकर बकाए पर घर सील कर देने से आहत था। सील घर में ही उसका ई-रिक्शा बंद हो गया था। कमाई का कोई साधन नहीं रह गया था। इसे लेकर वह काफी परेशान था। भाई ने बाजारखाला कोतवाली में नगर निगम अफसर-कर्मचारियों के खिलाफ तहरीर दी है। आरोप है कि कुछ मोहलत मांगने पर जबरन सीलिंग की गई। परिवारवालों ने पोस्टमार्टम के बाद हैदरगंज तिराहे पर शव रखकर प्रदर्शन, नारेबाजी की। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया।
बाजारखाला के पुराना टिकैतगंज वैरागी टोला निवासी राजेश कश्यप के मुताबिक शुक्रवार दोपहर नगर निगम जोन-छह के कर्मचारी घर आए थे। मकान में तीन गेट हैं। कर्मचारियों ने 57 हजार रुपये गृहकर बकाया पर मेन गेट पर नोटिस चस्पा कर मकान सील कर दिया था। मकान पिता फूलचंद कश्यप के नाम है। पिता की तीन साल पहले मौत हो चुकी है, लेकिन मकान अभी पिता के नाम ही है। कुछ देर बाद भाई शीतल (33) घर पहुंचा तो मेन गेट पर नगर निगम द्वारा सील बंद ताला लगा था। गेट पर ही गृहकर बकाया नोटिस भी था। वह दूसरे गेट से घर में चला गया। सुबह काफी देर तक वह सोकर नहीं उठा। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। कई बार आवाज देने के बाद भी जवाब नहीं आया तो पहुंचे पुलिसकर्मी दरवाजा तोड़कर तो शीतल कमरे में पंखे के कुंडे के सहारे लटका था। आनन-फानन में शीतल को फंदे से उतारकर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत करार दिया।
शीतल के परिवार में पत्नी गुडिय़ा है, जो काफी समय से मायके में है। तीन भाइयों में शीतल दूसरे नंबर पर था। हादसे के समय छोटा भाई दीपू मां फूलवती के साथ उन्नाव स्थित मामा के घर शादी में गए थे। इंस्पेक्टर बाजारखाला सतोष आर्या के मुताबिक भाई राजेश की ओर से जोन छह के अफसर-कर्मचारियों के खिलाफ तहरीर दी गई है। जांच की जा रही है।
भाई राजेश के मुताबिक नगर निगम कर्मियों ने मकान पर सील लगा दिया। घर में ही शीतल का ई- रिक्शा भी खड़ा था। ई-रिक्शा भी घर में बंद हो जाने से कमाई का कोई साधन नहीं रह गया था। इसे लेकर वह काफी परेशान था।
परिवार वालों का आरोप है कि नगर निगम कर्मियों से शीतल की फोन पर बात हुई थी। वह तीन-चार दिन मोहलत मांग रहा था। इसके बाद भी निगर निगम कर्मियों ने न सुनी। कुछ देर बाद घर पहुंचा तो मेन गेट पर सील बंद ताला लगा था।
पोस्टमार्टम के परिवार वालों ने आसपास के लोगों के साथ हैदरगंज तिराहे पर शव रखकर हंगामा करने लगे। वहां पुलिसकर्मियों के उचित कार्रवाई के आश्वासन पर प्रदर्शनकारी अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हुए।
नगर निगम के अनुसार बकाए टैक्स वसूली के लिए एक साल पहले भी घर में नोटिस चस्पा किया गया था। यह एक प्रक्रिया है, जो 20 हजार से अधिक बकाए पर होती है। कई साल से यहां नोटिस चस्पा हो रही है। जोन 6 के जोनल अधिकारी मनोज यादव के अनुसार कोने का मकान होने से वहां तीन दरवाजे हैं। सांकेतिक रूप से पीछे की ओर स्थित दरवाजे पर सीलिंग की गई थी। बाकी दो दरवाजे नहीं बंद किए गए थे ताकि घर में रहने वालों की आवाजाही बनी रहे। यह टैक्स वसूली से जुड़ा मामला नहीं है। पिछले वर्ष नोटिस चस्पा हुआ था तो जवाब में शीतल कश्यप की ओर से कोई प्रार्थनापत्र भी नहीं आया।