LUCKNOW: शिवरी प्लाण्ट से हटेगा 18.50 लाख टन कूड़े का पहाड़, नगर निगम का पुणे की कम्पनी से समझौता
महापौर सुषमा खर्कवाल की मौजूदगी में एग्रीमेंट पर किए गए हस्ताक्षर
लखनऊ
शहर के शिवरी प्लाण्ट पर ढेर 18.50 लाख टन कचरा खत्म करने की कवायद शुरू हो गई है। लेगेसी वेस्ट मैनेजमेंट के तहत इसके लिए प्रोसेसिंग प्लांट लगेगा। इसके लिए गुरुवार को नगर निगम ने पुणे की कम्पनी भूमिग्रीन एनर्जी से करार किया। महापौर सुषमा खर्कवाल की मौजूदगी में एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए। एग्रीमेंट के लिए नगर निगम में 5 करोड़ 31 लाख की बैंक गारंटी जमा कराई गई।
शिवरी प्लाण्ट पर कूड़े का पहाड़ खड़ा है। यहां 10 वर्षों से कचरा जमा किया जा रहा था। ईको ग्रीन कम्पनी को इसके निस्तारण की जिम्मेदारी दी गयी थी, लेकिन उसने कोई काम नहीं किया। इससे यह पहाड़ बड़ा होता गया। अब नगर निगम ने निस्तारण के लिए नई कम्पनी चयनित की है। भूमि ग्रीन को जिम्मेदारी दी गयी है। वह यहां ढेर 18.50 लाख टन कचरे का निरस्तारण करेगी। भूमि ग्रीन एनर्जी के डायरेक्टर विजय तिलेकर आप्टे, नगर निगम के अपर नगर आयुक्त डॉ. अरविंद राव ने करार पत्र पर हस्ताक्षर किया।
कम्पनी कूड़े का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण करेगी। इससे एमआरएफ और कम्पोस्ट बनाई जाएगी। इसके निस्तारण पर करीब 115 करोड़ रुपए खर्च होंगे। शासन ने इसके लिए 96.5 करोड़ रुपये नगर निगम को उपलब्ध कराए हैं। बाकी खर्च नगर निगम खुद बहन करेगा। काम पूरा करने की समय सीमा 18 माह है। बरसात के तीन महीने छोडऩे के बाद यह समय दिया गया है।
अपर नगर आयुक्त डॉ. अरविंद राव के मुताबिक अगले 15 से 18 माह में कूड़े का पहाड़ खत्म हो जाएगा। कम्पनी से गुरुवार को करार हो गया। जल्दी ही कम्पनी काम शुरू करेगी। शासन ने कचरे के निस्तारण के लिए बजट दिया है।