लखनऊ: शहरी पीएचसी-आयुष्मान आरोग्य मंदिर छितवापुर को मिला एन्क्वास सर्टिफिकेट

एन्क्वास प्राप्त करने वाला मंडल का पहला शहरी पीएचसी-आयुष्मान आरोग्य मंदिर

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लखनऊ, संवाददाता।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र(पीएचसी)-आयुष्मान आरोग्य मंदिर छितवापुर को साल 2024-25 का नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टेंडर्ड (एन्क्वास) का सर्टिफिकेट मिला है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने दी। उन्होंने बताया कि यह लखनऊ मंडल का पहला शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर है जिसे एन्क्वास मिला है। यह हमारे लिए गर्व की बात है। एन्क्वास प्राप्त पीएचसी-आयुष्मान आरोग्य मंदिर को तीन लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिलती है। 12 और 13 जून को स्वास्थ्य इकाई को केंद्र सरकार की टीम ने आकर आंकलन किया था। स्वास्थ्य इकाई ने सभी 12 विभागों में 75 फीसद से ज्यादा अंक हासिल किये हैं।
इससे पहले पीएचसी-आयुष्मान आरोग्य मंदिर को मिल चुका है कायाकल्प पुरस्कार
इससे पहले छितवापुर पीएचसी-आयुष्मान आरोग्य मंदिर को साल 2022-23 का कायाकल्प पुरस्कार भी मिल चुका है। इसके आलावा नीति आयोग, राज्यपाल और बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन की टीम ने स्वास्थ्य केंद्र का भ्रमण कर सराहना की है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर की चिकित्सा प्रभारी डॉ. गीतांजली एवं पूरा स्टाफ बधाई का पात्र है। उत्तर प्रदेश सरकार ने निर्देश दिए हैं कि साल 2026 दिसम्बर तक सौ फीसद स्वास्थ्य इकाइयों को एन्क्वास मिले। जमीनी स्तर से लेकर उच्च अधिकारियों को इस दिशा में अथक प्रयास करना है।
सीएमओ, अन्य जिला स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारियों एवं केंद्र के स्टाफ का मिला पूरा सहयोग
डॉ. गीतांजली बताती हैं कि इसमें सीएमओ, अन्य जिला स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारियों एवं केंद्र के स्टाफ का पूरा सहयोग है। सभी ने टीम की तरह काम किया और जिसका परिणाम सामने है। एन्क्वास एसेसमेंट एक जटिल प्रक्रिया है। इसे प्राप्त करने के मानक हंै सेवा प्रावधान, मरीजों के अधिकार, क्लीनिकल सेवाएं, संक्रमण नियंत्रण, इनपुट, सहायता सेवाएं और परिणाम। इन सभी मानकों में कम से कम 70 फीसद अंक लाने होते हैं।
हमारा प्रयास पुन: मिले यह सर्टिफिकेट- डॉ. गीतांजली
डॉ. गीतांजली ने बताया कि हमने सभी विभागों में अथक प्रयास किये हैं जिससे कि हमे एन्क्वास मिला। अब हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है कि हमें इसे कायम रखना है। एन्क्वास प्राप्त स्वास्थ्य इकाई का हर तीसरे साल असेसमेंट होता है। हमारा प्रयास होगा कि पुन: यह सर्टिफिकेट इस स्वास्थ्य इकाई को मिले।
क्षेत्र के निवासी 38 वर्षीय राजकुमार बताते हैं कि स्वास्थ्य केंद्र सुव्यवस्थित है। मैं यहां पिछले तीन महीने से अपनी बीपी और शुगर की जांच करवाने आता हूं। यहां पर डाक्टर और स्टाफ सभी का व्यवहार बहुत अच्छा हैं।
रोज होती है 100-120 मरीजों की ओपीडी
यहाँ रोज़ की 100-120 मरीजों को ओपीडी में है और डॉ. गीतांजली 40 से 50 के करीब मरीजों को रोजाना ई-कन्सेल्टेन्सी के माध्यम से इलाज और सलाह देती हैं।
होती हैं 17 प्रकार की स्वास्थ्य जांचें
हेल्थ एंड वेलनेस् सेंटर पर एएनसी प्रोफ़ाइल, कोविड, विडाल, मलेरिया सहित 17 प्रकार की जांचों की सुविधा उपलब्ध है। सेंटर पर दी जाने वाली सभी सुविधाओं का विवरण दीवार पर चस्पा किया गया है ताकि किसी कोई समस्या का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही यहां पर हेल्थ एटीएम की भी सुविधा है।
आयुष्मान आरोग्य मंदिर में दी जाती है 12 प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं
स्वास्थ्य केंद्र पर मातृ, नवजात, बाल, प्रजनन, किशोरावस्था, गैर संचारी, संचारी, मौखिक स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, नेत्र, नाक, कान, गले, आकस्मिक स्वास्थ्य, वृद्धावस्था तथा पेलियेटिव केयर सहित 12 स्वास्थ्य सेवाएं दी जाती हैं।
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