मायावती का कांग्रेस के ’विरासत टैक्स’ पर हमला, बताया – राजनीति से प्रेरित तो कांग्रेस ने किया किनारा
मायावती ने अपने 'X' पर सिलसिलेवार पोस्ट कर कांग्रेस हाईकमान पर भी उठाए सवाल
लखनऊ, रिपोर्टर।
बसपा सुप्रीमों मायावती ने कांग्रेस हाईकमान के सीनियर नेता सैम पित्रोदा के
निजी सम्पत्ति पर ’विरासत टैक्स’ वाले बयान पर आपत्ति जताई है। मायावती ने अपने ‘X’ पर सिलसिलेवार पोस्ट कर कांग्रेस हाईकमान पर भी सवाल उठाए हैं।
मायावती ने लिखा, “कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा भारत में धन के वितरण की आड़ में, अमेरिका की तरह, निजी सम्पत्ति पर ’विरासत टैक्स’ की सोच व उसकी पैरवी गरीबों की भलाई का कम व राजनीति से प्रेरित इनकी ’गरीबी हटाओ’ की चर्चित विफलता पर से लोगों का ध्यान बांटने का चुनावी प्रयास ज्यादा लगता है।”
पूर्व सीएम मायावती ने आगे लिखा, “जहाँ तक भारत में सम्पत्ति व सरकारी भूमि वितरण आदि से जुड़े मामलों में दलितों व वंचितों के लिए न्याय का सवाल है तो इनकी सरकारों की सही नीयत के अभाव के कारण यहाँ गरीबी, पिछड़ापन, पलायन की विवशता अदि दूर नहीं हो पायी।कांग्रेस को उसकी ऐसी दाग़दार विरासत से मुक्ति मुश्किल।”
दूसरी ओर कांग्रेस ने सैम पित्रोदा से किनारा कर लिया है। पार्टी का कहना है कि ऐसा नहीं है कि पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को दर्शाते हैं। कई बार उनके विचार कांग्रेस पार्टी के विचार नहीं होते हैं।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पिछले दिनों कहा था कि अगर उनकी सरकार आई तो वित्तीय और संस्थानिक सर्वे कराएंगे। हम ये पता लगाएंगे कि देश की दौलत किसके पास है। इसके बाद हम ऐतिहासिक कदम उठाएंगे। हम क्रांतिकारी कदम उठाते हुए ये सुनिश्चित करेंगे कि आपका अधिकार आपको मिले।
उनके इस बयान पर सैम पित्रोदा ने अमेरिका के विरासत टैक्स का जिक्र किया। पित्रोदा के मुताबिक अमेरिका में 55 फीसदी विरासत टैक्स लगता है। सरकार 55 फीसदी हिस्सा ले लेती है. उन्होंने कहा कि संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए। अगर किसी व्यक्ति के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है तो उसके मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति उसके बच्चों को और 55 फीसदी पर सरकार का अधिकार होता है।