लखनऊ, रिपोर्टर।
चिनहट में नौकरी से निकाले जाने से नाराज जिम संचालक के घर में लूटपाट कर उसकी हत्या करने बाइक से जा रहे गैंगेस्टर राकेश सिंह उर्फ छोटू व उसके साथी रणजीत से अपट्रान के पास शुक्रवार तड़के पुलिस से मुठभेड़ हो गई। बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पैर में गोली लगने से राकेश घायल हो गया जबकि उसके एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भाग निकला। पुलिस ने राकेश को गोमती नगर स्थित लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया है। जबकि फरार दोनों लुटेरों को तलाश कर रही है।
राकेश के पास से एक अवैध असलहा, दो खोखा कारतूस, एक जिंदा कारतूस समेत बाइक बरामद की गई है। लुटेरे ने एक वर्ष में 11 डकैती डाल पुलिस प्रशासन को चुनौती दी थी। उसकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही थी।
पुलिस उपायुक्त पूर्वी (डीसीपी) प्रबल सिंह के मुताबिक शुक्रवार तड़के 03 बजे पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना मिली कि अपट्रान चौकी क्षेत्र के पास दो-तीन लोग किसी अपराधिक घटना को अंजाम देने की फिराक में योजना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने वहां पहुंचकर घेराबंदी शुरू कर दी। पुलिस टीम को देख लुटेरे वहां से भागने लगे। लुटेरों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी थी…
उनका पीछा करने पर लुटेरों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। राष्ट्रीय कॉलेज मटियारी के पास पुलिस और लुटेरों के बीच मुठभेड़ हो गई। जबावी फायरिंग में पुलिस ने गैंगस्टर राकेश उर्फ पिंटू के पैर में गोली मार उसे घायल कर दिया। इसी बीच उसका साथी रणजीत अंधेरे का फायदा उठा मौके से फरार हो गया। डीसीपी ने बताया कि राकेश की निशानदेही पर उसके साथी की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
डीसीपी ने बताया कि राकेश चिनहट क्षेत्र के जिम संचालक अर्पित के यहां ड्राइवर की नौकरी करता था। गाड़ी का एक्सीडेंट करने के बाद मार्च से उसे जिम संचालक ने नौकरी से निकाल दिया था। नौकरी से निकाले जाने पर राकेश साथियों के साथ मिलकर जिम संचालक की हत्या करने की साजिश रचने लगा था।
वर्ष 2016 में राकेश के खिलाफ कृष्णानगर कोतवाली में डकैती की धाराओं में पहली प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके बाद 2017 में उसके खिलाफ लगातार 11 डकैती की धाराओं में नामजद किया गया। इस बीच लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने राकेश पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की थी। राकेश के खिलाफ 10 से ज्यादा अपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। डकैती, जानलेवा हमला, और लूटपाठ की संगीन धाराओं में वह नामजद है।
ढ़ाई माह पूर्व राकेश जेल से छूटकर आया था। तभी से वह जिम संचालक की हत्या करने की साजिश रचने लगा। शुक्रवार को अपने साथी के साथ अपट्रान चौकी इलाके में पहुंचा। जहां दोनों बैठकर वारदात को अंजाम देने की फिराक में साजिश रह रहे थे। तभी पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों को पकडऩे की कोशिश की, तब लुटेरों ने पुलिस टीम पर गोली चला दी।