पेपर लीक: सुभासपा के विधायक बेदीराम बोलें- मुझे दलित होने की मिल रही सजा, फंसाने की चल रही साजिश

मैंने इस पूरे मामले की सच्चाई मुख्यमंत्री तक पहुंचाया

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लखनऊ, संवाददाता।
उत्तर प्रदेश में पेपर लीक होने के बाद से लगातार सवाल उठ रहे हैं। इन्ही आरोपों पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक बेदी राम ने जवाब देकर सबको चौका दिया है। उन्होंने पहली बार सफाई दी। एक प्रमुख ऑनलाइन न्यूज के इंटरव्यू में बहुत कुछ बताया है।
सुभासपा विधायक बेदी राम ने बताया कि वीडियो की पूरी जांच कराई जाए। इस पूरे मामले की सच्चाई मुख्यमंत्री तक पहुंचा दी गई है।
आरोप लगाया कि विरोधी पार्टियों की साजिश के तहत मुझे फंसाया जा रहा है। OP राजभर के पार्टी के विधायक बेदी राम ने कहा कि मेरे ऊपर जितने मुकदमे चल रहे थे सब में बरी हो गया हूँ। साल 2014 में जिस गिरफ्तारी को लेकर मुझे बताया जा रहा है उस मामले में छूट गया था।
ऐसे सभी सवालों का जवाब बेदी राम ने दिए हैं। आगे पढ़िए सवाल- जबाव…..
सवाल: बेदी राम को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया, क्या यह सही है?
“अभी तो मैं एक शादी में था, आप मेरा फेसबुक देखिये मैंने फोटो भी डाली है यह सब गलत है।”
सवाल: बेदी राम को लेकर पेपर लीक में क्या चल रहा, क्या पूरा मामला है?
“हमारे जो विपक्षी है। हमारा एक पुराना वीडियो था। जिसमें मैंने किसी का समझौता कराया था। ओम प्रकाश प्रजापति का मामला था। उसमें लेनदेन का मामला था। उसमें मैंने बोला था। ऐसे कैसे इतना ले लोगे तुम। यहीं सब बातें बोला था। इसमें पता नहीं कैसे फेक बनाकर जो चलने लगा। इसको मैंने चैलेंज किया हूँ। इसकी जांच होनी चाहिए। महाराज जी से मैं मिला था। इसकी जांच कराइए। जो तरह तरह की लोग बातें कर यह हैं। NEET की इतनी बढ़ी संस्था उसमें देश की सबसे बढ़ी संस्था CBI जांच कर रही है। उसमें दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। मैं खुद लड़कों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करें। तो मैं इस तरीके से बर्दास्त थोड़ी है।
दूसरी बात जो वीडियो है वो दो से ढाई साल पुराना है। ये फेक वीडियो है। जिन्होंने बनाया है उसको एडिट किया है। इसको मैंने जांच के लिए दे दिया है।”
सवाल: जांच को लेकर मुख्यमंत्री से आपकी मुलाकात हुई है?
“मुख्यमंत्री जी से उसी दिन मुलाकात हुई है। मेरी पार्टी के नेता OP राजभर से हुई है। हमने उनसे कहा उन्होंने मुख्यमंत्री जी से जांच कराने के लिए कहा है।”
सवाल: बेदी राम पर कई पुराने मुकदमें दर्ज रहे, क्या मामला था?
“CBI से मेरा क्लीन चिट है। जो अन्य मुकदमे है वो छूट गए है। कई मुकदमें छूट गए है। एकाद बचा है। नॉन एविडेंस केस है। जैसे इसमें गलत तरीके से फेक तरीके का वीडियो डालकर करके बदनाम और साजिश रचा जा रहा है। हमारे दुश्मन बहुत ज्यादा है। क्योंकि मैं थोड़ा बर्दाश्त वगैरह कम करता हूँ। हमारी जो विरोधी पार्टियां है।”
सवाल: आपके ही पीछे ही क्यों पड़ गए ये लोग?
“वो राजनीति मुद्दा है। हमारे दुश्मन है। सब प्लांटेड है। उसको मैं बंद करवाऊंगा। इस पर मैं कह रहा हूँ ये मेरा वीडियो गलत वीडियो डाल दिया गया है। इसकी जांच की जाए। इसके लिए मैं FIR करूँगा।”
सवाल: FIR लखनऊ, जौनपुर या गाज़ीपुर में कहा करवाएंगे?
“जौनपुर में करवाएंगे, क्योंकि मामला जौनपुर से जुड़ा हुआ है। जिसने ये बनाया है। मैं जानता हूँ। वीडियो में तीन से चार लोग है।”
सवाल: वीडियो में चार से पांच लोग घेरकर बैठे लोग पेपर लीक की बात क्यों कर रहे थे?
“उस पंचायत में 20 लोग है। कई लोग दूर दूर बैठे थे। उनसे पंचायत का लिखा पढ़ी हो रही थी। पेपर की बात नहीं हो रही थी। उसमें लेन देन का मैटर था। उसमें पैसा लिया था। तो उसने मुझसे कहा पंचायत में पैसा दिला दीजिये। तो हमने कहा कैसे ये दे देगा। मुझे पता नहीं क्या- क्या जोड़ डाले है। वो ब्याज का भी जोड़े है । एडिट करके उसको इस तरह से फेक वीडियो बनाकर करके किया गया। मेरी छवि बहुत अच्छी है। छवि धूमिल करने के लिए इस तरह से किया गया। इसमें सबसे बड़ी बात दलित होने के नाते ऐसा किया जा रहा है। इसका FIR जरूर करूँगा।”
सवाल: वीडियो में खुद कई राज्यों में भर्ती करवाने की बात कर रहे हैं?
“पूरा एडिट किया गया है। उसमें मैं भी देखा तेलंगाना की बात हो रही है। उसमें मैं इतना गर्म था इस तरीके से पैसे के लेन देन को ले करके था।”
सवाल: आपके पार्टी के OP राजभर और अन्य सभी जगह बात हो है?
“जांच तो मैं खुद ही करवाऊंगा। मैंने कह दिया है। जांच करवा दीजिए।”
सवाल : 2014 की एक फोटो वायरल हो रही है, STF ने एक पत्र भी आपको ले करके लिखा था क्यों?
“उस समय जो सरकार थी। मैं उसके खिलाफ था। ये जो केस था। थाने से मुचलके से मुझे जमानत मिल गई थी। वो इतना केस था। उस केस में इस तरह से किया जाए। उसमें कार्यवाही करना चाहिए क्यों नहीं की गई। मुझे राजनीति के तहत फसाया गया था।”
सवाल : कई लोग आपसे मिलना चाह रहे है, मीडिया भी चाहती है आप पूरे मामले में खुलकर बयान दीजिये?
“देखिए अभी तो मैं बारात में था। इससे पहले मेरी तबीयत खराब चल रही थी। फीवर भी था। अब मैं ठीक हो गया हूं जल्द प्रेस करूँगा कोशिश रहेगी लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करूँ।”
सवाल : रेलवे में नौकरी करते थे, क्या हुआ था जोड़ छोड़ दिया था?
“हां मैं TTE से ऑफिसर हो गया था। उसको मैंने राजनीति में आने की वजह से छोड़ दिया था। मैं एक बार सस्पेंड हुआ था फिर नौकरी ज्वाइन किया 2 साल नौकरी करने के बाद मैंने नौकरी VRS ले लिया था।”
सवाल : नौकरी से आपको क्यों बर्खास्त कर दिया गया था?
“एक केस था उसी मामले में निलंबित हुआ था। फिर मैं 10 दिन बाद ही बहाल भी हो गया था। मुझे सन और समय नहीं याद है कि कब ऐसा हुआ था।”
सवाल : नहीं कौन सा समय था जवाब निलंबित हुए बर्खास्त हुए?
“बर्खास्त नहीं हुआ था निलंबित हुआ था। उसके कुछ समय के बाद VRS ले लिया था। उसका समय होगा 2004 से 2005 का होगा। काफी दिन हो गया है। 20 साल के ऊपर हो गया। उसी समय मैंने राजनीति भी शुरू की थी। मैं विधायकी लड़ा हूं, जिला पंचायत अध्यक्ष लड़ा हूं। तीसरी बार चुनाव लड़कर विधायक बना हूँ।”
सवाल: यूपी के अलावा अन्य राज्यों में भी आपके ऊपर मुकदमे है वो चल रहे हैं या खत्म हो गए?
“वह सभी मुकदमे खत्म हो गए हैं। मुकदमे को लेकर मैंने अपने शपथ पत्र में डिक्लेरेशन दे रखा हूं। डिक्लेरेशन दिए हुए दो ढाई साल हो गए हैं। सीबीआई ने मुझे क्लीन सीट दी है। इसके अलावा हर जगह मुझे क्लीन चिट मिली है।”

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