शिमला
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने विधायकों को संभाल नहीं पाए। चुने हुए जन प्रतिनिधियों का सम्मान नहीं कर पाए। जिसके कारण आज यह हालात बने हैं। कांग्रेस के विधायक ख़ुद यह कह रहे हैं कि जो एक चुनाव लड़ नहीं सकते, जीत नहीं सकते, ऐसे लोग सरकार चला रहे हैं। जबकि चुने हुए प्रतिनिधियों को ज़लालत झेलनी पड़ रही है। इसी कारण इन जन प्रतिनिधियों ने अपने पर्यवेक्षक को दिखा कर अपने पार्टी के राज्यसभा उम्मीदवार के ख़िलाफ़ मतदान किया। अतः मुख्यमंत्री अपने आप में झांके और भाजपा को दोष देना बंद करें। प्रदेश के राजनैतिक हालात के दोषी स्वयं है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि आज प्रदेश में जो कुछ भी हो रहा है वह केंद्र सरकार की बदौलत ही हो रहा है। आपदा के समय केंद्र सरकार ने हिमाचल का पूरा सहयोग किया। 18 सौ करोड़ रुपये से ज़्यादा की नक़द सहायता की। इसके अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर के पुनर्निर्माण में भी हज़ारों करोड़ का सहयोग किया। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के दिए गए सहयोग से ही आपदा राहत पैकेज बना पाई। इस आपदा राहत पैकेज में राज्य सरकार ने अपनी तरफ़ से कोई धनराशि नहीं लगाईं। केंद्र से जो पैसा आया वह पैसा भी राज्य सरकार आपदा प्रभावितों तक पूरी ईमानदारी से नहीं पहुँचा पाई। अपने चहेतों को बिना नुक़सान के भी लाखों रूपये दिए गए जबकि जिनके नुक़सान हुए हैं वह आज भी सहायता के लिए भटक रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य की परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश की 20 हज़ार करोड़ से ज़्यादा की आर्थिक सहायता की है। यह आंकड़े सरकार ने इसी विधानसभा सत्र के दौरान विधान सभा पटल पर रखे हैं। हाल के महीनों में हज़ारों करोड़ से ज़्यादा के प्रोजेक्ट के उद्घाटन और शिलान्यास हिमाचल प्रदेश में केंद्र सरकार द्वारा किए गए हैं। केंद्र में सरकार आने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल की कठिनाइयों को समझते हुए विशेष राज्य का दर्जा दिया। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस साल के अंत तक एक लाख करोड़ की सड़क परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन की गारंटी हिमाचल प्रदेश को दी है। इसके अलावा आज हिमाचल प्रदेश में जो भी बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर है वह केंद्र सरकार के कारण संभव हो पाया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि अब देश से झूठ ठगी की राजनीति समाप्त हो गई है। कांग्रेस के झूठी गारंटियों वाली राजनीति को देशवासियों ने वहां भी नकार दिया जहां से यह शुरू हुई थी। अब देश में सिर्फ़ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी चल रही है। जो विकास योजनाओं को बिना अटकाए, लटकाए, भटकाए निर्धारित समय में देशवासियों को समर्पित हो रही है। जहां जन कल्याणकारीयोजनाएं बिना भ्रष्टाचार के पूर्ण पारदर्शी तरीक़े से देश के लोगों तक सीधे पहुंचती है। इसी कारण इस बार देशवासी एनडीए गठबंधन को चार सौ पार सीटें देकर नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने जा रहे हैं और कांग्रेस को प्रत्याशी तक ढूँढे नहीं मिल रहे हैं।