नई दिल्ली
संयुक्त किसान मोर्चा के आहवान पर दिनांक 14 मार्च को नई दिल्ली स्टेशन के पास मशहूर रामलीला में प्रातः दस बजे से शाम चार बजे तक होने वाली एक दिवसीय किसान मजदूर महापंचायत की तैयारी के मद्देनजर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत बुधवार को दिल्ली पहुँचे। दिन भर सम्बन्धित कार्य का जायजा लेने के बाद उन्होंने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करने से पहले चुटकी लेते हुए कहा कि यहां रामलीला मैदान में पंचायत होने से एक दिन पहले रात को सरकारी पानी की पाइप फट जाती है। दिल्ली की जनता को पानी मिले या ना मिले गांवों में खेतों को पानी मिले या ना मिले पर किसानों की पंचायत से पहले ऐन वक्त पहले अक्सर यहाँ पाईप फटने से पानी भरा मिलता है ताकि कीचड़ हुई जमीन पर चादर बिछा कर गरीब फरियादी किसान बैठ भी ना सके। सरकार की इस ” कीचड़ नीति ” के बारे में कहीं नहीं लिखा है।
उन्होंने कहा कि देशभर से खबरें आ रही है कि पुलिस हमारे किसान पदाधिकारियों के घरों पर उन्हें दिल्ली आने से रोकने के लिऐ पहुंच रही है। उन्होंने उन पदाधिकारियों और पुलिस को भी चेतावनी देते हुए समझाया है कि ऐसी हरकत ना करें यदि कोई पदाधिकारी नजर बंद की आड़ में अपने घर के अंदर पुलिस के कारण रुकता है या अरेस्ट होकर थाने जाता है और फिर वापस घर आता है तो शाम को वह अपना इस्तीफा भेज दे अन्यथा जहां अरेस्ट करके रखा हुआ है वही रहे वहीं लंगर चलाएं फिर हम अधिकारी के कार्यालय पर ही धरना देंगे।
राष्ट्रीय प्रेस प्रभारी शमशेर राणा ने बताया कि पिछले दिनों शामिल हुए बहुत से पदाधिकारी पुलिस को अपने घर के सोफे पर बिठा कर चाय पिलाते गप्पे हाँकते सोशल मीडिया पर फोटो डाल कर खुद को नेता साबित करने के अरमान से खबरों में आना चाहते हैं। ऐसे पदाधिकारियों के लिऐ चौधरी राकेश टिकैत ने परिस्थितियों और मंशा को भांपते हुए सख्त रुख अख्तियार करते हुए कहा है कि बहुत से किसानों के पास जाति बिरादरी व्यक्तिगत सम्बन्धों के आधार पर सम्पर्क किया जा रहा होगा अन्यथा किसी की मजाल नहीं किसी को रोक सकें।
वरिष्ठ आला अधिकारियों के फोन भी आ रहे होंगे। इस बात से प्रभावित होकर या उनकी मीठी मिश्री सी बातों में घुल कर या डर कर रुकने की जरूरत नहीं है। चौधरी राकेश टिकैत ने सख्त लहजे में कहा “जहां हो वहीं टिक जाओ” अन्यथा इस्तीफा भेज दो।