LUCKNOW में आरक्षित शिक्षक अभ्यर्थियों का डिप्टी सीएम के आवास पर प्रदर्शन, अभ्यर्थियों से मिले स्वामी प्रसाद मौर्य
धरना दे रही महिलाओं व उनके मासूम बच्चों को पुलिस ने बर्बरता पूर्ण घसीटा
लखनऊ। 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षित वर्ग के चयनित 6800 अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर लखनऊ में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। शनिवार सुबह अभ्यर्थियों ने यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास के बाहर अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने जोरदार नारेबाजी भी की। इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने सभी अभ्यर्थियों को हिरासत में लेकर ईको गार्डन भेज दिया। शुक्रवार रात को ठंड में ठिठुरते हुए अभ्यर्थियों ने धरना जारी रखा। वहीं धरना दे रही महिलाओं व उनके मासूम बच्चों को पुलिस ने बर्बरता पूर्ण व्यवहार कर घसीटते हुए धक्का-मुक्की की। इसमें कई महिला अभ्यर्थियों और बच्चों को चोटें भी आयी। चोटिलों को अस्पताल में इलाज कराया गया। इधर, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों के धरने को समर्थन दिया है।
वहीं सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य धरना दे रहे अभ्यर्थियों से मिलने ईको गार्डन पहुंचे और शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ धरने में शामिल हुए। अभ्यर्थियों ने भूख हड़ताल और आमरण अनशन करने की भी चेतावनी दी है।
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने शनिवार को ईको गार्डन में धरना दे रहे 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण वर्ग के चयनित 6800 अभ्यर्थियों से मुलाकात की। उन्होंने अभ्यर्थियों से बातचीत करते हुए उनकी नियुक्ति की मांग का ज्ञापन लिया। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। श्री मौर्य ने कहा कि भाजपा की सरकार जानबूझकर ओबीसी, एससी और एसटी के अभ्यर्थियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा कि चयनित होने के बावजूद भी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र न देना यूपी सरकार की निरंकुशता है और इस बात का जीता जागता प्रमाण है कि भाजपा सरकार एक-एक करके संविधान प्रदत्त आरक्षण का गला घोंट रही है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा कि सरकार की इस भ्रष्टाचार और निरंकुशता की घोर निंदा करता हूं और मांग करता हूं चयनित और पीडि़त अभ्यर्थियों को तत्काल नियुक्ति पत्र दिया जाए।
नाराज अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक न्याय और नियुक्ति नहीं मिल जाता तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलन का दिशा दे रहे अमरेंद्र पटेल ने कहा की 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में बहुत ज्यादा अनियमितता बरती गई है इसी के कारण आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नौकरी से वंचित कर दिया गया।
इस संबंध में कई बार आंदोलन के बाद मुखिया सीएम योगी ने मामले का संज्ञान लिया और विसंगति दूर करते हुए पीडि़त आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने का आदेश अधिकारियों को दिया था, जिसके आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विसंगति को सुधारने के उपरांत 6800 आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का वादा करते हुए एक सूची जारी की, हालांकि अभी तक न्याय नहीं मिल सका।
हमारी मांग है की सरकार इस मामले का तुरंत कोई समाधान निकाले और सभी 6800 चयनित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों का हक अधिकार देते हुए उनकी नियुक्ति करें। आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि छठ पूजा के चलते कुछ संख्या अभी नहीं आ पाई है। जिनमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है। छठ पूजा समाप्त होने पर यहां इको गार्डन में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी उपस्थित होंगे।
6800 की सूची में लगभग 2700 महिलाओं की संख्या है। पर्व और त्योहार के कारण महिलाओं की संख्या फिलहाल प्रभावित है। त्योहार पूर्ण होने के बाद महिलाओं की संख्या में इजाफा होगा आंदोलन को और बल मिलेगा। 5 जनवरी 2022 को 6800 अभ्यर्थियों की सूची आई थी तब से नियुक्ति की मांग को लेकर अभ्यर्थी आंदोलनरत हैं। अब उनका कहना है कि यदि सरकार उनकी बातों पर ध्यान नहीं देती है तो वह भूख हड़ताल और आमरण अनशन करने के लिए मजबूर होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन होगी।
शुक्रवार को शिक्षा मंत्री के आवास घेराव के बाद पुलिस प्रशासन के द्वारा अभ्यर्थियों को इको गार्डन में लेकर छोड़ दिया गया था अभ्यर्थियों ने वहां पर शन्ति पूर्वक पूरी रात धरना किया। रात करीब 12 बजे के बाद महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजऱ वहां मौजूद पुलिस बल ने महिलाओं को पास के ही रैन बसेरे में सिफ्ट करा दिया लेकिन पुरुष अभ्यर्थी वहीं पर डटे रहे और शनिवार सुबह उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद के आवास का घेराव किया।
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अखिलेश ने शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों के धरने को दिया समर्थन
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों के धरने को समर्थन दिया है। उन्होंने कहा है कि नारी के खिलाफ भाजपा सरकार में शासन- प्रशासन शक्ति का दुरुपयोग कर रहा है।
उन्होंने कहा है कि लखनऊ के इको गार्डन में सहायक शिक्षक भर्ती में की गई अनियमितताओं के विरोध में धरना दे रही महिलाओं और उनके मासूम बच्चों को शुक्रवार को पुलिस ने बर्बरतापूर्ण व्यवहार करते हुए उन्हें घसीटते हुए धक्का-मुक्की की। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य, समाजवादी महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह, छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष विनीत कुशवाहा, लखनऊ उत्तरी विधानसभा की पूर्व प्रत्याशी पूजा शुक्ला आदि ने धरनास्थल पर पहुंचकर धरना पर बैठे अभ्यर्थियों के बीच उन्हें अपना समर्थन दिया।