संजय सिंह का BJP पर हमला,कहा-जुमला पार्टी को अब UP की जनता ने नकारा, घोसी उपचुनाव इसी का परिणाम
OP राजभर, संजय निषाद मिलकर भी अपने प्रत्याशी को नहीं जिता पाये
लखनऊ। AAP UP प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मऊ में घोसी उपचुनाव हारने के बाद भाजपा पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भारतीय जुमला पार्टी को अब उप्र की जनता ने नकार दिया है। घोसी उपचुनाव इसी का परिणाम है। उन्होंने कहा कि घोसी परिणाम बस केवल एक शुरुआत हैं। मोदी सरकार हर स्तर पर देश को पीछे ले जाने का काम कर रही है।
शिक्षक समागम एवं सम्मान कार्यक्रम के दौरान सहकारिता भवन में प्रेसवार्ता करते हुए संजय सिंह ने कहा कि डबल इंजन सरकार पूरी तरह से नकार दी गयी है। घोसी में पूरी सरकार, सरकार के मंत्री, केंद्रीय मंत्री, संगठन के पदाधिकारी, विधायक, ओम प्रकाश राजभर, संजय निषाद मिलकर भी अपने प्रत्याशी को नहीं जिता पाये। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार के प्रत्याशी सुधाकर सिह को 1,24000 वोट मिले और उन्होंने 42 हजार से अधिक मतों से भाजपा प्रत्याशी को हराया। यह 2024 के लिए बड़ा संदेश है। भारतीय जुमला पार्टी को हराने के लिए अब उप्र की जनता ने मन बना लिया है। INDIA गठबंधन आगे है, यह साबित हो गया है।
श्री सिंह ने कहा कि INDIA गठबंधन अब एनडीए को हरायेगा। इंडिया जीतेगा, अडानी हारेगा। मोदी सरकार सिर्फ अडानी को बचाने का काम कर रही है। घोसी में 1,24000 वोट घोसी में मिले। पश्चिम बंगाल में भी टीएमसी ने भाजपा के प्रत्याशी को भी उपचुनाव में 96 हजार मत पाकर हराया। झारखंड में भी 1,35000 वोट झामुमो प्रत्याशी को मिले। केरल में 80 हजार मत इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी को मिले। यह हमारे गठबंधन की ताकत है। गठबंधन की ताकत के चलते ही मोदी सरकार घबरायी हुई है। मोदी सरकार इंडिया गठबंधन से घबराकर देश का नाम बदलने की बात कर रही है।
उन्होंने कहा कि कल अगर किसी दल ने अपना नाम भारत रख लिया तो क्या मोदी सरकार इंडिया और भारत दोनों बदलकर देश का नाम कुछ और कर लेगी। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार में भय व्याप्त है। देश का संविधान कहता है कि ‘इंडिया इज भारत’ लेकिन सरकार संविधान को बदलने पर आमादा है। मोदी सरकार क्या-क्या बदलेगी। रिजर्व बैंक, स्टेट बैंक, रिपब्लिक इंडिया। वन नेशन वन इलेक्शन के बहाने मोदी सरकार पांच साल देश को लूटने का मन बना रही है। वह अपने मित्र अडानी को देश सौंपना चाहते हैं। आखिर यह कैसे होगा। सरकार क्या चाह रही है, यह समझ से बाहर है।
तीन हजार करोड़ बेकार हो गये
संजय सिंह ने जी-20 पर बधाई देते हुए कहा कि चीन ने ब्रिक्स सम्मेलन के बाद भी एक नक्श जारी कर अरुणाचल को अपना हिस्सा बताया था। जबकि ब्रिक्स में भी उसकी प्रधानमंत्री से मुलाकात हुई थी। अगर आज पूरी दुनिया के लिए एकत्र हैंतो चीन की कारगुजारियों का खुलासा करना चाहिए। आखिर चीन क्यों हमारे हिस्से पर अपना कब्जा जमा रहा है। हम यहां सम्मेलन कर रहे हैं वहां हमारे सैनिक चीन से सीमा पर लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत मंडपम में एक दिन की बारिश से ही भारत मंडपम डूब गया। दुनिया भर के नेता क्या सोच रहे होंगे। भाजपा सरकार हर स्तर पर भ्रष्टाचार में डूबी है।
मुद्दों पर बात नहीं करना चाहती मोदी सरकार
संजय सिंह ने कहा कि देश के सामने बड़े मुद्दे हैं। महंगाई, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों पर कोई बात नहीं करना चाहता। आज हम शिक्षकों की समस्याओं के लिए एकत्र हुए हैं। आप की प्राथमिकता शिक्षा और स्वास्थ्य है। हम हर राज्य में इस पर काम कर रहे हैं। डबल इंजन की सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य पर बात नहीं करना चाहती। यहां गरीबों के बच्चे नहीं पढ़ पा रहे हैं। सरकारी स्कूल लचर हो गये हैं। अस्पतालों की हालत आप देख ही रहे हैं न समय पर एम्बुलेंस मिलती है न दवाएं।
घोसी परिणाम दल-बदलुओं के लिए भी बड़ा संकेत
सांसद ने कहा कि घोसी परिणाम दल-बदलुओं के लिए भी बड़ा संकेत है। राजभर का मै सम्मान करता था। उन्होंने पिछड़ों के लिए भाजपा पर प्रहार किया था उन्होंने भाजपा में पिछड़ों की स्थिति बयां करते हुए उन्हें लोडर कहा था कि यह लोडर हैं लीडर नहीं। लेकिन राजभर सत्ता के लिए पार्टी में शामिल हो गये। राजभर को फिर अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। भाजपा में पिछड़ों, दलितों, कमजोरों का कोई स्थान नहीं है।
सीट शेयरिंग पर अभी फैसला नहीं
श्री सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। सीट शेयरिंग का निर्णय कमेटी करेगी। इस पर राष्ट्रीय नेतृत्व प्रस्ताव बनायेगा। हम अक्टूबर तक कमेटी को अपना प्रस्ताव भेजेंगे। मैं प्रचार समिति का भी सदस्य हूं। हम बैठक में फैसला लेंगे। लेकिन सीट शेयरिंग पर अभी फैसला नहीं हुआ है। हम मोदी सरकार को हटाने के लिए जुटे हैं। सीट शेयरिंग बड़ा मुद्दा नहीं है। हमारा संकल्प बिल्कुल साफ है।
कहां लागू हो रही नयी शिक्षा नीति
शिक्षकों पर बोलते हुए AAP सांसद ने कहा कि देश में नयी शिक्षा नीति जमीन पर लागू नहीं हो रही है। बच्चों की फीस आसमान पर है मोदी सरकार ने शिक्षा बहुत महंगी कर दी गई है, शिक्षा का बजट कम कर दिया गया. स्कूल कॉलेज बंद किये जा रहे हैं हमने दिल्ली में सरकारी स्कूलों में इतनी अच्छी शिक्षा व्यवस्था कर दी है कि अब बच्चों को निजी स्कूलों में जाने को मजबूर नहीं होना होगा।