नगर निगम कार्यालय के सामने सीवर भरा देख भड़की महापौर, जानें फिर क्या किया
लखनऊ शहर में साफ सफाई का बुरा हाल
लखनऊ
पुराने लखनऊ में जलभराव की समस्या से परेशान स्थानीय लोगों की शिकायत पर महापौर सुषमा खर्कवाल सोमवार को निरीक्षण करने पहुंच गई। क्षेत्रीय पार्षद अनुराग मिश्रा भी मौके पर पहुंच गए। यहां उन्हें नगर निगम के जोन-6 कार्यालय के ठीक सामने सीवर भरा मिला। मैनहोल के ढक्कन से काफी प्रेशर से पानी निकल रहा था। कार्यालय के अंदर जाना मुश्किल था।
महापौर ने नगर निगम अफसरों को मौके पर बुलाया और कड़ी फटकार लगाई। पुराने लखनऊ के कई अन्य इलाके में भी उन्हें सीवर व जलभराव मिला। पुराने लखनऊ में सोमवार सुबह तेज बारिश से बालागंज, बुद्धेश्वर तथा घंटाघर के आसपास काफी पानी भर गया। कुछ लोगों ने महापौर से इसकी शिकायत की। बताया कि नाला साफ न होने की वजह से यह स्थिति पैदा हुई है। कुछ ही देर में वह क्षेत्रीय पार्षद के साथ मौके पर पहुंच गई। नगर निगम कार्यालय के बाहर की स्थिति देख महापौर काफी नाराज हुई।
नगर निगम के साथ ही सीवर की सफाई करने वाली कंपनी सुयेज के अधिकारियों को भी बुलाया गया। कड़ी नाराजगी जताई। कड़े निर्देश दिये गये कि कंपनी अपने कार्यो में शीघ्र सुधार करे अन्यथा कार्यवाही के लिए बाध्य होना होगा। महापौर के तेवर देख जलकल के जीएम राम कैलाश मौके पर गए ही नहीं और जलकल में ही दोपहर में बैठक बुला ली। इसके अलावा महापौर को बालागंज और ठाकुरगंज में भी जलभराव मिला। बुद्धेश्वर और घंटाघर के पास भी काफी पानी भरा हुआ था।
नाला साफ न होने की वजह से पानी सड़कों से बह नहीं रहा था। महापौर के आने के बाद नगर निगम के अधिकारी इसकी साफ सफाई में जुटे। कुछ घंटे बाद जलकल के जीएम राम कैलाश ने सफाई कराकर पानी निकालने की जानकारी महापौर को दी।