लखनऊ, रिपोर्टर।
राजधानी लखनऊ में श्रमिक दिवस के दिन ही दो मजदूरों की मौत होने से हडकम्प मच गया है। वजीरगंज में रेजीडेंसी गेट के पास सीवर सफाई के दौरान दो कर्मचारियों की दम घुटने से मौत हो गई। यह हादसा शहीद स्मारक के सामने हुआ। सूचना मिलने पर पुलिस, जलकल और नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ।
एक घंटे से ज्यादा देर तक सफाई कर्मचारी सीवर में ही फंसे रहे। दोनों को बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया। एक कर्मचारी को बलरामपुर अस्पताल और दूसरे को केजीएमयू के ट्रामा सेंटर लाया गया। जहां दोनों की मौत हो गई।
बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण के मुताबिक एक मजदूर को मृत हालत में लाया गया था। उसकी उम्र करीब 50 साल थी। डॉक्टरों ने जांच के बाद मौत की पुष्टि की है।मौके पर पहुंची पुलिस दोनों सफाईकर्मियों के रेस्क्यू में जुटी। लेकिन जहरीली गैस की वजह से रेस्क्यू में काफी दिक्कत हुई। काफी देर की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों सफाईकर्मियों को सीवर से बाहर निकाला गया और उपचार के लिए ट्रामा सेंटर भेजा गया है। जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया है। बताया जा रहा है कि जल निगम की कार्यदायी संस्था केके एसएन द्वारा सीवर की सफाई का कार्य चल रहा था।
सीवर सफाई के दौरान अक्सर ऐसी घटनाएं सामने आती हैं। लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार मानकों की अनदेखी ही करते हैं। सीवरों की सफाई के दौरान सफाईकर्मी को बिना मास्क और सुरक्षा बेल्ट के ही चैंबर में उतार दिया जाता है। साथ ही चैंबर में सफाईकर्मी को उतारने से पहले वहां मौजूद गैस के प्रभाव की जांच भी नहीं की जाती है। जिम्मेदार लोगों की इन सभी लापरवाही का खामियाजा सफाईकर्मियों को उठाना पड़ता है।