लखनऊ में बेटे का जमीन पर मिला शव तो मां पेड़ से लटकी मिली, बाग में एक साथ दो शव मिलने से हड़कम्प

पति की बातों ने उलझाया, पुलिस भी गोल मोल दे रही जवाब, फिलहाल चल रही जांच

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लखनऊ, रिपोर्टर।
बंथरा के भौकापुर गांव में बुधवार दोपहर आम के बाग में नीचे जमीन पर निर्पेश (11) व पेड़ पर फंदे से मां अनीता (34) का शव लटकता मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल कर परिजनों व ग्रामीणोंं से पूछताछ की। इसके बाद दोनों के शवों को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया है। वहीं, फॉरेसिंक टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्यों को एकत्र किया है।
भौकापुर गांव निवासी गिरजा शंकर शुक्ला का गांव के बाहर उनका आम का बाग है। बुधवार दोपहर करीब एक बजे भाई राजेश शुक्ला बाग की तरफ पहुंचा तो आम के पेड़ के नीचे एक किशोर का शव पड़ा मिला। उसके गले में कसाव के निशान भी पाए गए। जबकि उसी पेड़ से एक महिला का शव दुपट्टे के सहारे लटकता देखा। यह देख राजेश शोर मचाता हुए गांव की तरफ दौड़ पड़ा। बाग में मां-बेटा का शव मिलने की सूचना पूरे गांव में आग की तरफ फैल गई।
एसीपी कृष्णानगर विनय कुमार द्विवेदी ने बताया कि ग्रामीणों की सहयोग से मां-बेटे की शिनाख्त लाऊ खेड़ा गांव निवासी के रुप में हुई।
गुस्से में दुपट्टा छीन कर निर्पेश का दबा दिया होगा गला, फिर लगा ली फांसी…
मनोज यादव ने बताया कि वह लाऊखेड़ा स्थित प्लाईवुड फैक्ट्री में रात की शिफ्ट में ड्यूटी करता है। सुबह करीब सात बजे ड्यूटी से घर लौटने के बाद सोने जा रहा था। करीब 11.30 बजे निर्पेश मवेशी चराकर घर लौटा था। तभी बेटा मां अनीता से पानी की टंकी में नहाने की जिद करने लगा। लेकिन अनीता ने उसे वहां जाने से मना कर दिया। इसके बावजूद निर्पेश दुपट्टा लेकर टंकी पर नहाने चला गया। इससे नाराज अनीता टंकी के पास पहुंची होगी। इसके बाद वह (मनोज) सो गया था। करीब एक बजे उसे घटना का जानकारी हुई। मनोज का कहना है कि गुस्से में उसने निर्पेश के हाथ से दुपट्टा छीन कर उसी से उसका गला दबा दिया होगा।
हालांकि पुलिस का कहना है कि जांच पड़ताल में पता चला है कि अनीता ने उसको जान से मारने की नीयत से नहीं, बल्कि उसे डराने के लिए दुपट्टे से गला दबाया था।
लेकिन गुस्से में दुपट्टे से उसका गला ज्यादा कस गया और निर्पेश की वहीं पर मौत हो गई। अपने बेटे की मौत से सदमें में आई अनीता ने भी बाद में वहीं पर आम के पेड़ से उसी दुपट्टे के सहारे लटक कर अपनी जान दे दी।
बारीकी से जांच पड़ताल करने में जुटी पुलिस…
थाना प्रभारी का कहना है कि शुरुआती जांच में यही पता चला है। लेकिन आगे भी बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने व जांच पड़ताल के बाद दोनों की मौत का सही कारण पता चल सकेगा।
मनोज यादव के मुताबिक परिवार में पत्नी अनीता के अलावा एक बेटा निर्पेश था। निर्पेश सातवीं कक्षा में पढ़ता था। जो दो बहनों के बीच एकलौता भाई था। सबसे बड़ी बेटी संध्या (15) है और सबसे छोटी बेटी आराध्या (4) है। फिलहाल घटना ने दो बच्चों के सिर से मां का आंचल छीन लिया है।
डराने की मंशा से गुस्से के कारण दुपट्टे से बेटे का गला कसा
ऐसी आशंका भी जताई जा रही है कि मना करने के बाद भी निर्पेश के तालाब पर नहाने जाने से नाराज होकर गुस्से में पहुंची। डराने की मंशा से गुस्से के कारण दुपट्टे से बेटे का गला कस दिया। अधिक कसाव के कारण बेटे की मौत हो गई। इसके बाद आत्मग्लानि और सदमे के चलते उसने भी उसी दुपट्टे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली होगी।
मनोज के घर से बाग की दूरी करीब दो सौ से तीन सौ मीटर है। इसके अलावा बाग के पास ही लाऊखेड़ा में प्लाईवुड की फैक्ट्री है। इसी तरह तालाब भी घर से करीब चार सौ मीटर की दूरी पर है। घटना भी करीब 12 बजे के आसपास की बताई जा रही है। पूरे घटना क्रम को लेकर कई सवालिया निशान उठ रहे हैं।
पुलिस और मनोज की बातों ने उलझाया…
पुलिस और मनोज की बातें और उलझा रहीं हैं।एक तरफ पुलिस और पति कह रहे हैं कि किसी ने मां-बेटे को साथ जाते नहीं देखा। जिस तालाब में नहाने जाने के लिये निर्पेश जिद कर रहा था। हल्का इंचार्ज घीसू राम सरोज का कहना है कि उस तालाब में इतना पानी ही नहीं की कोई नहा सके। इसी तरह मनोज का कहना है कि सात बजे वह ड्यूटी से लौटा था। 11.30 बजे सोने से पहले उसने मां बेटे की बातें सुनीं थी।
बड़ा सवाल यह है कि यदि पत्नी इतने गुस्से में दिखी तो उसे रोका क्यों नहीं? घटना स्थल घर से महज दो सौ मीटर पर है, फिर भी वह मौके पर बिना बुलाये क्यों नहीं पहुंचा था?

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