सपा के गुंडों ने मुझ पर हमला किया था, इसलिए अब Z+ सुरक्षा चाहिए- डॉ. संजय निषाद
कैबिनेट मंत्री व निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने गृहमंत्री अमित शाह को लिखा पत्र
लखनऊ, रिपोर्टर।
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री व निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने कहा है कि संतकबीरनगर में शादी समारोह में सपा के गुंडों ने उन पर हमला किया था। उन्होंने इस हमले के बाद अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग केंद्र सरकार से की है। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराने का अनुरोध किया है।
जेड प्लस सुरक्षा के मामले में उन्होंने तर्क दिया है कि वह अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और दूसरे प्रदेशों में भी उन्हें जाना होता है, लिहाजा उनकी सुरक्षा को चाक चौबंद किया जाना जरूरी है। डॉ. संजय निषाद शनिवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि शादी समारोह में सपा के गुंडों ने उन पर हमला किया था। जिन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले किया। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ने उनकी सुरक्षा राज्य में बढ़ाई है। डॉ. संजय निषाद ने दावा किया कि पहले दो चरण के चुनाव में NDA चार सौ पार के अपने लक्ष्य के साथ आगे बढ़ी है। विपक्ष के पास मोदी जैसा कोई चेहरा नहीं होने से उनके वोटर उदासीन हैं, जो मतदान करने नहीं गए। वहीं भाजपा संगठन में बूथ व पन्ना प्रमुख तक की सक्रियता से भाजपा के अधिक से अधिक मतदाता बूथों पर पहुंचें और मतदान किया। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस बार सपा के गढ़ कन्नौज व मैनपुरी में भी भाजपा की जीत होगी। इन दोनों सीटों पर निषाद व कश्यप बिरादरी के मतदाता सपा को हराने का काम करेंगे।
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद 21 अप्रैल को संतकबीरनगर में एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे। इस दौरान उन पर हमला हो गया। इससे उन्हें मामूली चोटे लगी थीं। हालांकि आनन-फानन में उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया था। इस हमले से भड़के सांसद और उनके बेटे इंजीनियर प्रवीण निषाद ने हमलावरों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर उन्होंने वहीं धरना शुरू कर दिया था। जिसके बाद एसपी सत्यजीत गुप्ता ने मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन देते हुए धरना खत्म कराया था। पुलिस ने इस घटना के तीन दिन बाद मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया था।