विनेश के साथ ओलंपिक में हो गई साज़िश, जानें आप क्यों लगा रही आरोप
मात्र 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से विनेश को ओलंपिक से बाहर कर दिया गया, यह भारत के खिलाफ एक साज़िश लग रही है- रीना गुप्ता
नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी ने पेरिस ओलंपिक के फाइनल में पहलवान विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित करने के पीछे एक बड़ी साजिश की आशंका जताई है।
आप की वरिष्ठ नेता रीना गुप्ता का कहना है कि विनेश फोगाट को ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने से रोकने के लिए यह एक साजिश लग रही है। विनेश ने विश्व की नंबर-1 जापानी पहलवान को हराकर ने भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने की दावेदारी पेश की थी। लेकिन आज उनको मात्र 100 ग्राम वजन ज्यादा होने पर ओलंपिक से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि विनेश फोगाट ने पहले ही साजिश की आशंक जताई थी और कहा था कि उनकी पूरी टीम बृजभूषण शरण सिंह ने चुनी है। ये टीम कहीं कुछ ऐसा न मिला दे, जिससे सबकुछ गड़बड़ हो जाए। उन्होंने केंद्रीय खेल मंत्री से अपील की है कि वो इंटरनेशनल ओलंपिक कमिटी के सामने विनेश फोगाट के समर्थन में आवाज उठाएं और कमेटी से कहें कि अगर विनेश को न्याय नहीं मिला तो भारत ओलंपिक का बहिष्कार करेगा।
रीना गुप्ता ने बताया कि कुश्ती के कई खिलाड़ी आकर बता रहे हैं कि खिलाड़ी कई बार एक रात में 3 से 4 किलो वजन तक भी कम करते हैं ताकि वो अपनी कैटेगरी में खेल सकें। फिर ऐसा कैसे हो सकता है कि विनेश को मात्र 100 ग्राम वजन के लिए बाहर किया जा रहा है? इसके पीछे बहुत बड़ी साजिश लग रही है। संभव है कि कुछ विदेशी लोग ऐसा नहीं चाहते हों कि भारत की बेटी को गोल्ड मेडल मिले। ये समझ से परे है कि क्या उनके कोच ने उनका साथ नहीं दिया या उनके वजन को मॉनीटर करने वाली टीम ने इस बात का ध्यान नहीं रखा। कुश्ती के खिलाड़ियों का वजन हर वक्त ध्यान में रखा जाता है। पूरे दिन में कई-कई बार उनका वजन किया जाता है ताकि उनका वजन ठीक रहे और वे अयोग्य न हों।
रीना गुप्ता ने आगे कहा कि विनेश फोगाट ने कई गोल्ड मेडल जीते हैं। 2 बार उन्होंने एशियन चैंपियनशिप जीती, तीन बार कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप जीत चुकी हैं। विनेश फोगाट को खुद इस खेल का अच्छा अनुभव है। उनकी पूरी टीम को भी इस बात का पूरा अनुभव था कि किस तरह से खिलाड़ी के वजन का ध्यान रखा जाता है, और किस तरह वजन को घटाया जाता है। फिर भी इतनी बड़ी घटना कैसे हुई कि हमारी इतनी प्रतिभाशाली खिलाड़ी जिसने जापान की गोल्ड मेडलिस्ट को हराया, आज उसे बाहर किया जा रहा है?