Cancer Treatment के लिए सोच भी अलग होनी चाहिए -डॉ जीके रथ
लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित हुए डॉ. तरंग कृष्णा
नई दिल्ली
एम्स के पूर्व विभागाध्यक्ष और कैंसर की नीतियाँ तय करने वाली समिति के सदस्य डॉ जीके रथ का कहना है कि देश में हर साल कैंसर तेज़ी से फैल रहा है। यह बीमारी कई तरह की है और कैंसर के हर स्वरूप का इलाज भी अलग है। बुधवार को जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय के कन्वेशन सेंटर में विश्व कैंसर कांग्रेस के आठवें संस्करण का आयोजन हुआ। इस दौरान डॉ रथ ने भारत में कैंसर की व्यापकता और भविष्य के परिणामों पर चर्चा की। इस दौरान कैंसर के इलाज में उत्कृष्ट कार्य के लिए कैंसर हीलर सेंटर के निदेशक डॉ. तरंग कृष्णा को लाइफ टाइम एचीवमेंट सम्मान से सम्मानित किया गया। वहीं डॉ. दीपिका कृष्णा को कैंसर के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए सम्मानित किया। आयोजित इस कार्यक्रम में देश—दुनिया के विशेषज्ञों ने कैंसर के प्रति लोगों को जागरुक करने और इसको जड़ से समाप्त करने के उपायों पर चर्चा की। तीन दिन तक चले इस सम्मेलन में 100 कैंसर पीड़ितों पर किए अध्ययन को सार्वजनिक भी किया।
वहीं इस दौरान डॉ. तरंग कृष्णा ने बताया कि कैंसर जैसी भयावह बीमारी का नाम सुनते ही लोगों के मन में एक डर पैदा हो जाता है लेकिन अब कैंसर लाइलाज नहीं है। आधुनिक चिकित्सा पद्धति ने कैंसर जैसी बीमारी को लेकर डर खत्म कर दिया है। इस वर्ष विश्व कैंसर कांग्रेस में कैंसर उपचार के प्रति होम्योपैथी दृष्टिकोण, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी चिकित्सा आदि जैसे कैंसर पर स्वदेशी उपचार पर भी ध्यान केंद्रित किया गया।सम्मेलन में यूएसए के विभिन्न संस्थानों के विशेषज्ञों के अलावा भारत से डॉ. के.एस. गोपीनाथ, और डॉ. श्याम अग्रवाल भी मौजूद रहे।