UP: पांच दिनों में छह फार्मासिस्टों की मौत, हार्ट अटैक से अधिकत्तर मौतों पर फार्मासिस्ट फेडरेशन हैरान

फार्मसिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने चिंता जताई, साथ ही सरकार से मृतकों के परिजनों को आर्थिक रूप से सहयोग देने की उठाई मांग

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लखनऊ, रिपोर्टर।
यूपी में लगातार पांच दिनों में प्रांतीय फार्मेसी संवर्ग के छह फॉमासिस्टों की अचानक मौत हो गई। इन सभी मौतों के पीछे वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है। अलग- अलग जिलों में पांच की हार्ट अटैक से व एक फार्मासिस्ट की सड़क हादसे में मौत हुई है। साथियों की अचानक हो रही मौतों पर फार्मसिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने चिंता जताई है। साथ ही सरकार से मृतकों के परिजनों को आर्थिक रूप से सहयोग देने की मांग की।

सुनील यादव अध्यक्ष, फार्मासिस्ट फेडरेशन

सुनील यादव का कहना है कि बीते पांच दिनों में छह युवा साथियों की अचानक हुई मौत ने फार्मासिस्ट समाज को द्रवित कर दिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?
फार्मसिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि मानव जीवन में आए हैं तो जाना तय हैं लेकिन जब आकस्मिक और असमय मौत होती है तो दिल दहल जाता है। ऐसा ही कुछ प्रांतीय फार्मेसी संवर्ग में हुआ। विगत 5 दिनों में छह युवा साथियों के आकस्मिक निधन ने फार्मासिस्ट समाज को द्रवित कर दिया है।
15 मई बुधवार को प्रयागराज में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हंडिया में तैनात प्रमोद यादव कार से ड्यूटी पर जा रहे थे। रास्ते में ही हार्ट अटैक हुआ। उन्होंने कार को किनारे लगाया और उनका दुखद निधन हो गया। कार में उनका शव ही मिला। उसी दिन ही कौशांबी मंझनपुर फार्मेसिस्ट सदाशिव सिंह की ड्यूटी के दौरान ही अस्पताल में मौत हो गई।
सुनील यादव के मुताबिक सिद्धार्थनगर मेडिकल कॉलेज में तैनात साथी श्री बी नारायण का 17 मई शुक्रवार को महराजगंज फरेंदा के पास सड़क हादसे में मौत हो गई। वहीं 18 मई शनिवार को प्रयागराज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर के फार्मेसिस्ट जय सिंह की ड्यूटी के दौरान आकस्मिक निधन हो गया।
सुनील यादव ने बताया कि इसी बीच सोमवार 20 मई को दो साथियों की मौत मन द्रवित हो उठा। बुलंदशहर मालागढ़ के साथी सूरज की आकस्मिक मौत हुई। अभी इस दुख से ऊबरा ही नहीं था कि शाम को ही दूसरे साथी की मौत ने तोड़ दिया। गाजीपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाराचवर में तैनात फार्मेसिस्ट वकार शाहिद का दौरा पडऩे से निधन हो गया। उनकी उम्र महज 40 से भी कम थी। वह बहराइच जिले के नानपारा के निवासी थे।
फार्मसिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि इन छह साथियों में से केवल एक की सड़क हादसे में मौत हुई। जबकि अन्य पांच साथियों के मृत्यु का कारण अज्ञात है। एकाएक ड्यूटी पर या वाहन चलाते समय इस प्रकार की घटना का हो जाना, विचलित कर रहा है। आखिर यह क्या हो रहा है..?
फार्मासिस्ट फेडरेशन की तरफ से उन्होंने इन सभी साथियों के निधन पर हार्दिक शोक जताया है। उन्होंने कहा कि ईश्वर से यह कामना करता हूं कि मृतक की आत्मा को शांति और उनके परिवार को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। साथ ही यह भी प्रार्थना है कि ऐसा दुखद दिन आगे ना देखना पड़े।

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