यूपी में रात को एक घंटे और शराब की दुकान खोलने की मांग, नवीनीकरण की मांग करते हुए अंग्रेजी व बीयर के चल रहे कोटे का भी विरोध
प्रमुख मांगों को लेकर आबकारी आयुक्त व प्रमुख सचिव आबकारी के समक्ष बात नहीं बनी तो विभागीय मंत्री से लेकर सूबे के मुखिया तक अपनी बात रखने को होंगे विवश
Indinewsline, Lucknow:
उत्तर प्रदेश के शराब कारोबारियों ने रात में एक घंटे और अपनी दुकान को खोलने की अनुमति मांगी है। ताकि इस बिक्री से राजस्व को और बढ़ाने में सरकार का सहयोग कर सकें। रात को एक घंटे का समय रात्रि 10 से बढ़ाकर 11 बजे तक करने की मांग उठाई। इसके साथ ही नवीनीकरण की मांग करते हुए अंग्रेजी व बीयर के चल रहे कोटे का भी विरोध किया है। इनके लिए छह-छह महिने के कोटे के लिए आग्रह किया।
अंग्रेजी में 45 फीसद एवं 55 फीसद का कोटा व बियर में प्रथम छह माह 55 फीसद व द्वितीय 45 फीसद का कोटा
यूपी प्रेस क्लब में बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान उप्र शराब विक्रता वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सरदार एसपी सिंह ने कहा कि अंग्रेजी में 45 फीसद एवं 55 फीसद का कोटा व बियर में प्रथम छह माह 55 फीसद व द्वितीय 45 फीसद का कोटा नियुक्त किया जाए, क्योंकि बियर में अभी त्रैमासिक कोटा बहुत अधिक है। जिससे कारोबारी को बहुत नुकसान हो रहा है। सरदार एसपी सिंह ने पुरजोर ढंग से अपनी मांग दोहराते हुए कहा कि यदि उनकी प्रमुख मांगों को लेकर आबकारी आयुक्त व प्रमुख सचिव आबकारी के समक्ष बात नहीं बनी तो वो लोग विभागीय मंत्री से लेकर सूबे के मुखिया तक अपनी बात रखने को विवश होंगे।
एमआरपी पर 20 प्रतिशत मिले मार्जिन
वरिष्ठ उपाध्यक्ष नीरज जायसवाल व महामंत्री विकास मोहन श्रीवास्तव ने एमआरपी पर 20 प्रतिशत मार्जिन देने की बात की। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त जो कोटा बच जाता है उसको अगले दो माह का समय कोटा उठाने का दिया जाए।
रात्रि 10 से बढ़ाकर 11 बजे तक दुकानों को खोलने की मांग
बैठक में संगठन के महामंत्री शिवकुमार जायसवाल व उपाध्यक्ष जयप्रकाश जायसवाल, मीडिया प्रभारी व संगठन मंत्री देवेश जायसवाल ने एक घंटा शाम को बढ़ाने का प्रस्ताव रखा। रात को एक घंटे का समय रात्रि 10 से बढ़ाकर 11 बजे तक कर देना चाहिये। साथ ही कहा कि देसी शराब की सिक्योरिटी मनी बेसिक लाइसेंस फीस का 10 प्रतिशत लिया जाए।
पीओएस के बजाय स्कैनर उपलब्ध कराया जाए
पीओएस यानि कि पॉइंट ऑफ सेल मशीन से ऑनलाइन पेमेंट कराने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बजाय स्कैनर उपलब्ध कराया जाए। सभी प्रमुख शराब कोराबारी व एसोसिएशन के सदस्यों ने 10प्रतिशत लाइसेंस फीस व कोटा न बढ़ाये जाने की मांग की। एसोसिएशन ने 14 नवम्बर को आबकारी आयुक्त के साथ बैठक में 2025-26 की आबकारी नीति के विषय में प्रस्ताव व सुझाव दिए हैं।
इस दौरान राजधानी के यह मदिरा कारोबारी रहे मौजूद
इस दौरान राजधानी के मदिरा कारोबारियों में शंकर लाल कन्नौजिया, सुनील जायसवाल, धर्मेंद्र सिंह, राजेश जायसवाल, आशीष जग्गी, विपिन जायसवाल व शुभम मौर्य सहित अन्य एसोसिएशन प्रतिनिधि मौजूद रहे।