यूपी के स्थानीय निकाय कर्मचारी आर-पार की लड़ाई को तैयार, अब दी हड़ताल की चेतावनी, यह है मांगे?

महासंघ पूरे यूपी में 15 जुलाई से 15 अगस्त तक चला रहा है जनजागरण

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लखनऊ, प्रयागराज संवाददाता।

वर्षों से पुरानी पेंशन, आउटसोर्सिंग कर्मियों को न्यूनतम वेतन देने समेत 13 मांगों पर अड़े उ.प्र.स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ ने अब हड़ताल करने की चेतावनी दी है। महासंघ पूरे उत्तर प्रदेश में 15 जुलाई से 15 अगस्त तक जनजागरण कार्यक्रम चल रहा है।

महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष शशि कुमार मिश्र ने बताया कि इसके बाद 21 अगस्त को लखनऊ में निर्णायक बैठक होनी है। इससे पहले यदि प्रदेश सरकार व शासन समय रहते समस्याओं का समाधान नहीं करती है तो प्रदेश व्यापी कार्यबन्दी कर हड़ताल आदि के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

बैठक में सभी मांगों पर पदाधिकारियों व कर्मचारियों में दिखा आक्रोश

प्रयागराज में सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष शशि कुमार मिश्र की अध्यक्षता में इन सभी मांगों के संबन्ध में बैठक हुई। इसमें गाजियाबाद से पहुंचे प्रदेश महामंत्री राकेश अग्निहोत्री, गोरखपुर से उपाध्यक्ष आर पी सिंह तथा उ.प्र. राज्य कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पांडेय सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। सभी ने प्रदेश सरकार/शासन अब तक लम्बित समस्याओं का समाधान नहीं होने पर आक्रोश जताया।

कई वर्षों से आन्दोलन, बैठक आदि के बाद भी नहीं हुआ समस्या का समाधान

स्मार्ट सिटी के कामन हाल में प्रयागराज नगर निगम कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव, सरक्षंक राजेंद्र पालीवाल, जितेन्द्र कुमार, रवीन्द्र पालीवाल, सफाई कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष प्रदीप मौजूद रहे। इसमें बड़ी संख्या में मौजूद कर्मचारी पिछले कई वर्षों से लम्बित 13 सूत्रीय मांगों पर प्रदेश सरकार व शासन समाधान नहीं होने पर आक्रोशित दिखे।

इनका कहना था कि पिछले कई वर्षों से आन्दोलन, बैठक आदि के बाद भी प्रदेश सरकार व शासन ने हमारी मागों का कोई समाधान नहीं किया। प्रदेश अध्यक्ष शशि कुमार मिश्र ने बताया कि इससे प्रदेश के निकाय कर्मचारियों में भारी आक्रोश है।
श्री मिश्र समेत सभी पदाधिकारियों ने स्थानीय कर्मचारी संगठनों एवं आम कर्मियों को निकट भविष्य में होने वाले आन्दोलन के लिए तैयार रहने की अपील भी की।

ये हैं इनकी प्रमुख मांगे, जिनपर सरकार नहीं कर रही सुनवाई!

महासंघ के 13 सूत्रीय मांगों में निकाय की सेवा सम्बधी दिक्कतों, अकेन्द्रियत सेवा नियमावली, दैनिक वेतन, संविदा कर्मचारियों का विनियतीकरण, आउटसोर्सिंग को न्यूनतम वेतन, सेवा सुरक्षा, नियमित भर्ती, आन लाइन हाजिरी को बंद करने, पुरानी पेंशन बहाली, पदोन्नति, सम्वर्गों का पुनर्गठन, वेतन विसंगति, कैशलेस इलाज व्यवस्था आदि शामिल है। जिनपर महासंघ पिछले कई वर्षों से आन्दोलन, बैठक आदि कर रहा है। शशि कुमार मिश्र ने बताया कि महासंघ की अगली बैठक 30 जुलाई को वाराणसी नगर निगम मे होगी।

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