UP की रोडवेज बसों में आग की घटनाओं को 10 तरीके से रोकेगें
बसों की होगी जांच, ड्राइवरों को भी किया जाएगा प्रशिक्षित
लखनऊ। रोडवेज बसों में आग की घटनाओं के रोकथाम के लिए 10 उपाय तैयार किए गए हैं। इन उपायों के जरिए बसों की जांच की जाएगी। इसके लिए ड्राइवरों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। भारत सरकार की संस्था की ओर से प्रदेश भर के 115 बसों की कार्यशालाओं और 20 क्षेत्रीय डिपो में चरणबद्ध तरीके से ट्रेनिंग का कार्यक्रम चलाया जाएगा।
उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम के पीआरओ अजीत सिंह के मुताबिक यह जांच सेवा प्रबंधक के नेतृत्व में होगी। हर माह अनुबन्धित बसों को संबंधित डिपो कार्यशालाव क्षेत्रीय कार्यशाला में चेकिंग के लिए सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक होंगे। जांच के दौरान बसों में पाई जाने वाली कमियों को दूर कराकर ही बसें रूट पर भेजने के लिए सेवा प्रबंधक जिम्मेदार होंगे।
हर बसों में अग्निशमन यंत्र होने चाहिए. बस में आयल लीकेज ना हो। इंजन साफ हो बस में खुली। वायरिंग पर टेपिंग की गई हो, बस में कोई भी साउंड सिस्टम न लगा हो, बैट्री के तार से मोबाईल चार्जर न लगा हो बैट्री की नियमित जांच हर स्तर पर हो, अग्निशमन यंत्रों की टेप वायर लगा हो, आग लगने पर एसएम निरीक्षण करेंगें, बस में ज्वलनशील पदार्थ पर रोक लगे व निगम व अनुबंधित बसों की जांच हर मह हो।