लखनऊ के VVIP सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल, अल्ट्रासाउंड के लिए लम्बा इंतजार, मरीज परेशान
खाली पेट भूख से छठपटाते रहते हैं मरीज, नहीं होती सुनवाई
लखनऊ
सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराने में मरीजों को काफी लम्बा इंतजार करना पड़ रहा है। देरी होने के सवाल पर भी मरीजों को बेहतर जवाब नहीं दिया जाता। जांच के लिए खाली पेट लाइन में लगे मरीज भूख से छठपटाते रहते हैं। मरीजों को मजबूरन बाहर से मनमाना रूपए देकर जांच कराना पड़ता है। घंटों इंतजार के बावजूद एक्स-रे भी नहीं होता। समय से जांच नहीं होने से मरीजों का इलाज प्रभावित होता है।
हजरतगंज स्थित डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल की ओपीडी में रोजाना करीब दो हजार मरीज इलाज के लिए आते हैं। यहां डॉक्टर अधिकत्तर मरीजों को इलाज के लिए अल्ट्रासाउंड व एक्स-रे जांच कराने की सलाह देते हैं। रेडियोलॉजी विभाग के बाहर ऐशबाग निवासी मरीज नवल किशोर अल्ट्रासाउंड जांच कराने के लिए व्हील चेयर पर बैठकर इंतजार करते मिले। पत्नी लक्ष्मी ने बताया कि सुबह आठ बजे से ही अल्ट्रासाउंड कराने के लिए बैठे हैं। साढ़े तीन बजे हैं लेकिन अब तक जांच नहीं हुई। पति खाली पेट भूख से छटपटा रहे हैं। यहां पूछने पर कहा जा रहा है कि इतनी जल्दी है तो बाहर से जांच करा लो। अस्पताल में दो दिन पहले भर्ती मरीज नवल किशोर बुखार से पीडि़त हैं।
वहीं मरीज फूलमति भी अल्ट्रासाउंड कराने के लिए व्हील चेयर पर बैठी मिलीं। सीतापुर के कुठारपुरवा निवासी पति सियाराम ने बताया कि चार घंटे के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। बार-बार पूछने पर कोई जवाब नहीं मिल रहा। सिरदर्द, झटके व बुखार से पीडि़त फूलमति को डॉक्टरों ने दो दिन पहले यहां भर्ती कराया है। इसी तरह से करीब दर्जन भर मरीज अल्ट्रासाउंड जांच कराने के लिए इंतजार करते मिले।
सिविल अस्पताल में एक्स-रे जांच कराने में भी मरीजों को काफी समय लगता है। मंगलवार दोपहर को एक्स-रे कराने के लिए मरीजों की लम्बी भीड़ लगी रही। ठाकुरगंज निवासी अनिल, अहिमामऊ के सुब्रत व हजरतगंज के पवन भी एक्स-रे कराने के लिए बैठे मिले।
सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. सुनील भारती ने बताया कि पहले भर्ती मरीजों के ही अल्ट्रासाउंड समेत सभी जांचें कराने के निर्देश दिए गए हैं। जबकि मौके पर अधिकत्तर भर्ती मरीज ही जांच कराने पहुंचे थे।